scriptवैश्विक चुनौतियों का निपटारा एकपक्षीय कार्रवाई, संरक्षणवाद से नहीं : मर्केल | Angela Merkel in davos | Patrika News

वैश्विक चुनौतियों का निपटारा एकपक्षीय कार्रवाई, संरक्षणवाद से नहीं : मर्केल

locationनई दिल्लीPublished: Jan 25, 2018 04:05:59 pm

Submitted by:

Prashant Jha

विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूई) की 48वीं वार्षिक बैठक के सत्र को संबोधित करते हुए मर्केल ने कहा, जर्मनी बहुपक्षीय समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध है।

Angela Merkel, Angela Merkel in davos
दावोस: जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने बुधवार को दावोस सम्मेलन में साझा वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए अलगाव और संरक्षणवाद की नीतियों की आलोचना की। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूई) की 48वीं वार्षिक बैठक के सत्र को संबोधित करते हुए मर्केल ने कहा, “जर्मनी बहुपक्षीय समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध है।”उन्होंने कहा, “एकपक्षीय कार्रवाई और संरक्षणवाद इसका जवाब नहीं है।”
डिजिटलीकरण की दिशा में काम करने की जरूरत

मर्केल ने विशेष रूप से यूरोपीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए यूरोप में समस्याओं के समाधान के लिए ईयू में और करीबी सहयोग का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “ब्रेक्सिट ने हमें बड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया है।” मर्केल ने दार्शनिक मुद्दों पर बहस करने के बजाए डिजिटलीकरण की दिशा में अधिक काम करने का आह्वान करते हुए कहा कि बड़े डेटा से कैसे निपटा जाए इस पर फैसला लेने में ईयू में प्रक्रिया बहुत धीमी है, जिससे यूरोप पिछड़ गया है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में अमेरिकी कंपनियों की उपस्थिति की वजह से यूरोप पर अत्यधिक दबाव हैं। मर्केल ने कहा,”हमें डिजिटल एकल बाजार के सृजन के लिए आर्थिक नीतियों को नई दिशा देनी होगी।”
साइबर सुरक्षा के लिए नए वैश्विक केंद्र खोलने की जरूरत

गौरतलब है कि विश्व को हैकरों व आंकड़ों के उल्लंघन से बचाने के लिए राष्ट्रों की तरफ से विशेष रूप से विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) ने बुधवार को साइबर सुरक्षा के लिए एक नए वैश्विक केंद्र खोलने की घोषणा की। इस केंद्र का मुख्यालय जेनेवा में होगा और यह केंद्र मार्च से काम करने लगेगा। यहां एक पैनल चर्चा के दौरान डब्ल्यूईएफ के प्रबंध निदेशक एलोइस ज्विंगी ने कहा, “साइबर सुरक्षा हमारे समय की सबसे बड़ी जरूरत है। हमें साइबर अपराधियों को हराने के लिए एक मंच की सख्त जरूरत है। यह केंद्र इस उद्देश्य को हासिल करने में सभी हितधारकों को एक साथ लाने में मदद करेगा।” ज्विंगी ने कहा, “हमें सरकारों व साथ ही अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ सहयोग करने की जरूरत है। इसे शुरू करने के लिए हम उद्योग के प्रमुख लोगों के पास पहुंचेंगे और जी-20 देशों के लिए इसे संवाद का सफल मंच बनाएंगे व साइबर खतरों पर सही समय में कार्रवाई होगी।

ट्रेंडिंग वीडियो