नक्सलियों के हाथ फिर लगा अत्याधुनिक हथियार
Published: Apr 13, 2015 07:38:00 am
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शुक्रवार को हुए नक्सली हमले में नक्सलियों
के हाथ एक बार फिर अत्याधुनिक हथियार अंडरबैरल ग्रेनेड लांचर (यूबीजीएल) लग
गया है।
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शुक्रवार को हुए नक्सली हमले में नक्सलियों के हाथ एक बार फिर अत्याधुनिक हथियार अंडरबैरल ग्रेनेड लांचर (यूबीजीएल) लग गया है।
जिले के पिड़मेल में शुक्रवार को हुई मुठभेड़ मे नक्सली सुरक्षा बलों से वारदात के बाद एक नग मोर्टार तथा लाइट मशीन गन (एलएमजी) भी लूटने में सफल रहे।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस मुठभेड़ के लिए नक्सलियों ने सबसे खतरनाक माने जाने वाले यू आकार के एंबुश में जवानों कों फंसाया।
पोलमपल्ली थाने से रविवार दोपहर दो बजकर दस मिनट पर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के प्लाटून कंमाडर शंकर राव के नेतृत्व में एक पार्टी सर्चिंग के लिए पिडमेल जग्गावरम की ओर रवाना हुई थी।
जैसे ही जवान पोलमपल्ली से आगे बढ़े नक्सलियों की इसकी सूचना मिल गई थी। उन्होंने पिड़मेंल के जंगल और पहाड़ के बीच यू आकार का एंबुश लगाया था। जैसे ही फोर्स पिड़मेल पहुंची नक्सलियों ने पहाड़ी की ओर से ताबड़तोड़ हमला कर दिया।
ऊपर से हो रही गोलीबारी से जवानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा। सूत्रों ने बताया कि घटना के बाद नक्सली एक यूबीजीएल समेत तीन हथियार लूटने में सफल रहे। वही जवानों के शव लेने गई टीम को चार एके 47 बरामद हो गईं।
सूत्रों के मुताबिक यूबीजीएल लूट लिए जाने से फोर्स को फिर एक बार बड़ा नुकसान पहुंचा है और नक्सलियों की सामरिक क्षमता बढ़ गई है।
लगभग 350 मीटर दूरी तक मारक क्षमता वाले इस अत्याधुनिक हथियार की मदद से कई बार फोर्स ने नक्सलियों को पीछे धकेला है।
नक्सली इससे पहले टाहकावाड़ा मुठभेड़ में तीन व कसालपाड़ घटना में एक यूबीजीएल पहले ही लूट चुके हैं।
हथियार विशेषज्ञों के अनुसार यूबीजीएल से नक्सली आसानी से सुरक्षा बलों के शिविरों और थानों को निशाना बना सकते हैं। इसे आसानी से एके रायफल में लोड कर दागा जा सकता है। नक्सलियों के पास काफी संख्या में एके 47 मौजूद हैं।