12 बजते शुरू हो जाता है नए साल का जश्न भारत में 31 दिसंबर की रात जैसे ही 12 बजे बजते हैं बस फिर नए साल का जश्न शुरू हो जाता है। नए वर्ष का जश्न विश्व के सभी देशों में अलग-अलग समय पर होता है। वजह है घड़ी के अनुसार अलग-अलग देशों में भारतीय समयानुसार 12 बजे बजते है।
सबसे पहले ये देश करते है नए साल का स्वागत सबसे पहले नए साल का स्वागत ओशिआनिया (ऑस्ट्रेलिया), टोंगा और समोआ में होता है। भारतीय समय के अनुसार, इन देशों में 31 दिसंबर की शाम 3.30 बजे नया साल शुरू होता है।
सबसे आखिर में ये देश मनाता है नया वर्ष अब सवाल यह उठता है कि, सबसे आखिर में कौन सा देश है जहां नव वर्ष का स्वागत किया जाता है। तो यूएस माइनर आउटलाइंग आइलैंड में सबसे आखिर में नया साल मनाया जाता है। भारतीय समय के अनुसार यहां 1 जनवरी की शाम 5.30 बजे नए साल की शुरुआत होती है।
एशिया में जापान-दक्षिण कोरिया में सबसे पहले New Year का होता है स्वागत एशियाई देशों की अगर बात करें तो जापान और दक्षिण कोरिया में सबसे पहले नया साल शुरू होता है। जापान और दक्षिण कोरिया में 31 दिसंबर की रात 8.30 बजे ही नए वर्ष का आगमन होता है। मतलब भारत में रात के जब 8.30 बज रहे होते हैं, तो उस वक्त इन देशों में 1 जनवरी की सुबह होती है।
भारत में ईश्वर को नमन कर करते है नए साल का स्वागत भारत के अरुणाचल प्रदेश के डोंग वैली पर सबसे पहले सूर्य की किरणें पड़ती हैं। और नए वर्ष का स्वागत किया जाता है। भारत में आतिशबाजी, मिठाई खिलाना, नाचने-गाने संग अपने-अपने धर्म के ईश्वर को नमन कर नए साल का स्वागत किया जाता है। तो डेनमार्क में आधी रात के बाद प्लेट तोड़कर हैप्पी न्यू ईयर सेलिब्रेट किया जाता है।
नए साल मनाने के अलग-अलग तरीके विन्सेनेस में नए साल के मौके पर तरबूज को ऊंचाई से फेंकने की प्रथा है। स्पेन के लोग अंगूर खाकर नए साल का जश्न मनाते हैं। रोमानिया में भालू की पोशाक पहनकर लोग न्यू ईयर मनाते हैं। जापान और दक्षिण कोरिया में घंटी बजाकर नए साल की शुरुआत की जाती है। दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में लोग नए साल की शुरुआत में अपने घरों से पुरानी चीजें फेंकते हैं।