सूत्रों की मानें तो केंद्रीय एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर देश की राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और असम सहित 8 राज्यों में एनआईए-ईडी के साथ स्टेट पुलिस छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है कि यह दूसरे राउंड की रेड बताई जा रही है।
एनआईए और ईडी ने इनपुट दिया था कि पीएफआई हिंसक प्रदर्शन का प्लान तैयार कर रहा है। इसके बाद इन सभी राज्यों में एक बार फिर से कार्रवाई हुई है। जांच एजेंसियों ने आठ राज्यों में 200 से अधिक जगहों पर छापेमारी के दौरान कुल 170 मेंबर्स को गिरफ्तार किया है। शाहीन बाग, जामिया समेत कई इलाकों में छापेमारी कर 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसमें 7 सदस्य असम से और 10 लोगों को अरेस्ट किया है।
क्या है PFI? जसिके ठिकानों पर NIA कर रही ताबड़तोड़ छापेमारी, संगठन से जुड़े हैं कई विवाद
आपको बता दे कि बीते दिनों एनआईए और ईडी ने मिलकर पीएफआई पर देश के 15 राज्यों में रेड मारी थी। इसके साथ ही करीब 170 वर्कर्स को गिरफ्तार किया था। 22 सितंबर को केरल से गिरफ्तार PFI के मेंबर्स को कोच्चि की एक विशेष अदालत ने 30 सितंबर तक NIA की कस्टडी में दे दिया है। NIA ने पीएफआई और उसके गिरफ्तार नेताओं के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे। मोबाइल फोन तथा लैपटॉप समेत अलग अलग इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए थे।
PFI पर सरकार लगा सकती है प्रतिबंध, एक्शन के लिए सुरक्षा एजेंसियां बना रही रणनीति
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पीएफआई के निशाने पर कई प्रमुख नेता थे। इसको लेकर बीते दिनों सुरक्षा एजेंसी ने भी कई बड़े खुलासे किए थे। पीएफआई अपने नेताओं के माध्यम से समुदायों के बीच तनाव पैदा करने का काम कर रहा था। इस संगठन का इरादा शांति और सद्भाव को भंग करना है। यह भारत के प्रति नफरत फैलाने और सत्ता के खिलाफ घृणा का भाव पैदा करना है।