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NDA की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के गांव में नहीं है बिजली , शुरू हुआ खंभे, ट्रांसफार्मर लगाने का काम

Published: Jun 26, 2022 02:29:46 pm

NDA presidential candidate Draupadi Murmu: NDA की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के गांव में आज तक बिजली नहीं पहुंची है। लोग घरों को रोशन करने के लिए मिट्टी के तेल का यूज करते हैं। वहीं अब राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के बाद गांव में खंभे और ट्रांसफार्मर लगने का काम शुरू हो गया है।
 

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NDA presidential candidate Draupadi Murmu: NDA की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का नाम देशभर के लोग जानते होंगे। उनका राजनीतिक सफर भले ही अच्छा रहा हो, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि उनके पैतृक गांव अब तक बिजली तक नहीं पहुंची है। इस कारण से अभी भी लोग डूंगुरीशाही गांव में दिन ढलने के बाद अंधेरे में जीवन यापने करने के लिए मजबूर थे। आजादी के इतने साल बाद भी ओडिशा के मयूरभंज जिले का डूंगुरीशाही गांव बिजली की रोशनी से काफी दूर था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार द्रौपदी मुर्मू का पैतृक गांव ओडिशा के मयूरभंज जिले का डूंगुरीशाही गांव है, जहां लगभग 20 परिवारों की बस्ती है। यहां पर आज तक बिजली का कनेक्शन नहीं पहुंचा है। हालांकि द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने के बाद यह गांव चर्चा में आया, जिसके बाद ओडिशा सरकार ने शनिवार को घोषणा की कि राष्ट्रपति उम्मीदवार के पैतृक गांव में खंभे और ट्रांसफार्मर लगाने का काम तेजी से शुरू कर दिया गया है।

मोबाइल चार्ज करने के लिए 1 किलोमीटर दूर जाते हैं लोग

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गांव में लगभग 20 परिवार दिन ढलने के बाद मजबूरी में रात के अंधेरे को मिट्टी के तेल (कैरोसीन) से दूर करते हैं। वहीं स्थानीय लोग मोबाइल चार्ज करने के लिए डूंगुरीशाही गांव से 1 किलोमीटर दूर गांव में जाना पड़ता है।

कई लोगों बिजली उपलब्ध कराने का किया अनुरोध

NDA की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का भतीजा बिरंची नारायण टुडू अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ डूंगुरीशाही में रहते हैं। उनकी पत्नी ने बताया कि हमने कई लोगों से हमारे डूंगुरीशाही गांव में बिजली उपलब्ध कराने का अनुरोध किया, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।

डूंगुरीशाही में क्यों नहीं पहुंची बिजली

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 3,500 की आबादी वाले उपरबेड़ा गांव में दो बस्तियां हैं, जिसमें पहला बड़ासाही गांव है जिसमें बिजली आती है। वहीं डूंगुरीशाही में लगभग 20 परिवार ही रहते हैं, जिन्हें अभी तक बिजली नहीं मिली है। न्यूज एजेंसी के अनुसार एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त में बताया कि डूंगुरीशाही में बिजली उपलब्ध नहीं किया गया क्योंकि वहां के घर वन भूमि पर बनाए गए थे।

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