मोबाइल चार्ज करने के लिए 1 किलोमीटर दूर जाते हैं लोग
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गांव में लगभग 20 परिवार दिन ढलने के बाद मजबूरी में रात के अंधेरे को मिट्टी के तेल (कैरोसीन) से दूर करते हैं। वहीं स्थानीय लोग मोबाइल चार्ज करने के लिए डूंगुरीशाही गांव से 1 किलोमीटर दूर गांव में जाना पड़ता है।
कई लोगों बिजली उपलब्ध कराने का किया अनुरोध
NDA की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का भतीजा बिरंची नारायण टुडू अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ डूंगुरीशाही में रहते हैं। उनकी पत्नी ने बताया कि हमने कई लोगों से हमारे डूंगुरीशाही गांव में बिजली उपलब्ध कराने का अनुरोध किया, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।
डूंगुरीशाही में क्यों नहीं पहुंची बिजली
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 3,500 की आबादी वाले उपरबेड़ा गांव में दो बस्तियां हैं, जिसमें पहला बड़ासाही गांव है जिसमें बिजली आती है। वहीं डूंगुरीशाही में लगभग 20 परिवार ही रहते हैं, जिन्हें अभी तक बिजली नहीं मिली है। न्यूज एजेंसी के अनुसार एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त में बताया कि डूंगुरीशाही में बिजली उपलब्ध नहीं किया गया क्योंकि वहां के घर वन भूमि पर बनाए गए थे।