बरती जा रही है सतर्कता तेंदुए के घुस आने से सतर्कता बरती जा रही है। इसके लिए तेंदुए को जिंदा पकड़ने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित वन कर्मियों की टीम को लगाया है। तेंदुआ को बेहोश करने के लिए पशु चिकित्सा टीम को अलर्ट रखा गया है। वहीं हिरन सफारी की तरफ जाने वाले रास्ते पर सुरक्षा का मजबूत घेरा तैयार किया है। रात में सफारी के बफर (ब्रीडिंग) क्षेत्र में निगरानी के लिए नाइट विजन कैमरे लगाए गए हैं।
कुछ दिन पहले भी घुस आया था जानवर सफारी पार्क में कुछ दिन पहले अझात जानवर घुस आया था जिसकी जानकारी सफारी प्रशासन को मिली थी। कुछ दिन बाद ये खबर भी आई थी कि जानवर ने नील गाय को मार डाला है। इस पर सफारी प्रशासन ने सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से जानवर के पग मार्क देखे। पग मार्क एवं नील गाय के मारने के तौर तरीकों से सफारी प्रशासन ने बफर क्षेत्र में तेंदुए होने आशंका जताई थी। 14 जनवरी की रात 1 बजकर 31 मिनट पर एवं सुबह 4 बजे सीसीटीवी कैमरों में तेंदुआ नजर आ गया।
तेंदुए को पकड़ने के लिए बनाई ये योजना प्रशासन ने तेंदुए को पकड़ने के लिए नायाब तरीका निकाला है। उन्होंने तेंदुए के पिंजरे के पास बकरी को बांध दिया है। इस बकरी को उस पिंजरे के पास में बांधा गया है, जो पिंजरा तेंदुए को पकड़ने के लिए तैयार किया गया है। ऐसा इसलिए ताकि अगर तेंदुआ बकरी का शिकार करने आए, तो उसे पकड़ा जा सके। तेंदुए को जिंदा पकड़ने की कोशिश की जा रही है। सफारी पार्क में हिरन सफारी की बाउंड्री के बाद बफर क्षेत्र है। बफर क्षेत्र में अभी भी घना जंगल है। इस क्षेत्र में करीब 50 नीलगायों की मौजूदगी भी बताई जाती है। इस क्षेत्र में दिन में भी किसी भी जानवर को ढूंढना मुश्किल है। ऐसे में तेंदुए को तलाशना बड़ी चुनौती है।