टीआरएस के 21वें स्थापना दिवस पर अपने संबोधन में तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने बुधवार को कहा कि भारत को केंद्र में बीजेपी को सत्ता से हटाने के एकमात्र एजेंडे के साथ राजनीतिक मोर्चे या पुनर्गठन की जरूरत नहीं है। उन्होंने देश की प्रगति और विकास के लिए वैकल्पिक लोगों के एजेंडे का आह्वान किया।
चंद्रशेखर राव ने अपने बयान कहा कि देश को पोलिटिकल एजेंडे की जरूरत नहीं है, बल्कि एक वैकल्पिक एजेंडे की जरूरत है जो देश को प्रगति और विकास की दिशा में ले जाए। उन्होंने कहा, "कोई भी नया एक्सपेरिमेंट इसी दर्शन पर आधारित होना चाहिए।"
चंद्रशेखर राव ने अपने बयान कहा कि देश को पोलिटिकल एजेंडे की जरूरत नहीं है, बल्कि एक वैकल्पिक एजेंडे की जरूरत है जो देश को प्रगति और विकास की दिशा में ले जाए। उन्होंने कहा, "कोई भी नया एक्सपेरिमेंट इसी दर्शन पर आधारित होना चाहिए।"
चंद्रशेखर राव ने कम्युनिस्ट नेताओं ने केंद्र में सत्तारूढ़ BJP को हटाने के लिए उनसे मांगी गई मदद का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “कुछ अन्य दलों ने भी BJP को सत्ता से हटाने का मुद्दा उठाया। मैंने उनसे कहा कि हम इसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं, पीएम मोदी को सत्ता से हटाने के लिए किसी को भी अगला पीएम बनाने के लिए फोकस नहीं है।"
चंद्रशेखर राव का ये बयान तब सामने आया है जब 2024 के राष्ट्रीय चुनावों के लिए बीजेपी के खिलाफ गठबंधन बनाने के प्रयासों के तहत कई बैठकें कांग्रेस समेत कई बड़े विपक्षी दल कर रहे हैं। उन्होंने मार्च में अपने झारखंड समकक्ष हेमंत सोरेन के साथ-साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और NCP प्रमुख शरद पवार से 20 फरवरी को मुंबई में अलग-अलग मुलाकात भी की।
चंद्रशेखर राव का ये बयान तब सामने आया है जब 2024 के राष्ट्रीय चुनावों के लिए बीजेपी के खिलाफ गठबंधन बनाने के प्रयासों के तहत कई बैठकें कांग्रेस समेत कई बड़े विपक्षी दल कर रहे हैं। उन्होंने मार्च में अपने झारखंड समकक्ष हेमंत सोरेन के साथ-साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और NCP प्रमुख शरद पवार से 20 फरवरी को मुंबई में अलग-अलग मुलाकात भी की।
यही नहीं शिवसेना और NCP ने स्पष्ट कर दिया है कि वे कांग्रेस के बिना विपक्षी मोर्चे में शामिल नहीं होंगे क्योंकि महाराष्ट्र में कांग्रेस उनकी सरकार का हिस्सा है। इसके अलावा कांग्रेस झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाली सरकार का भी हिस्सा है।
इन सबके बीच केसीआर ने स्पष्ट कर दिया है कि वो केवल बीजेपी को सत्ता से हटाने के उद्देश्य से किसी भी राजनीतिक मोर्चे में शामिल नहीं होंगे। यहाँ उन्होंने ये भी इशारा कर दिया है कि वो कांग्रेस के साथ उसके अपने मंसूबों के लिए नहीं जाने वाले।
इन सबके बीच केसीआर ने स्पष्ट कर दिया है कि वो केवल बीजेपी को सत्ता से हटाने के उद्देश्य से किसी भी राजनीतिक मोर्चे में शामिल नहीं होंगे। यहाँ उन्होंने ये भी इशारा कर दिया है कि वो कांग्रेस के साथ उसके अपने मंसूबों के लिए नहीं जाने वाले।
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