रेल मंत्रालय ट्रेन के कोच में एसी का तापमान 19 डिग्री से बढ़ाकर 24 डिग्री करने पर विचार कर रही है। रेलवे को एक कंबल की धुलाई पर 55 रुपए का खर्च आता है, जबकि यात्रियों से इसके लिए महज 22 रुपए ही चार्ज किए जाते हैं। तो वहीं मामले की जानकारी से जुड़े एक रेलवे अधिकारी के मुताबिक, कंबल की धुलाई के लिए खादी इंडिया से बातचीत चल रही है, लेकिन एक कंबल की धुलाई पर 110 रुपए का खर्च आ रहा है। इसलिए कंबल नहीं देने पर विचार चल रहा है।
तो वहीं सूत्रों के मुताबिक, रेलवे मंत्रालय दो नए विकल्पों पर विचार कर रही है। पहले विकल्प में ट्रेनों में एसी डिब्बों का तापमान बढ़ाया जा सकता है। औसतन तापमान 19 डिग्री से बढ़ाकर 24 किया जा सकता है। तापमान बढ़ने पर कंबल देने की जरूरत नहीं रहेगी। वहीं, दूसरे विकल्प में कंबल की जगह कवर दिया जा सकता है। कंबल के मुकाबले कवर की धुलाई आसान और सस्ती है।
रेल मंत्रालय शुरुआत में इस तरह की कोई भी योजना लागू करने से पहले उसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चुनिंदा ट्रेनों में लागू करेगी। जिसके बाद कामयाब पॉलिसी को सभी ट्रेनों में लागू किया जाएगा।
गौरतलब है कि पिछले दिनों कैग के रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि ट्रेनों में दिए जाने वाले कंबलों को महीनों तक धुला नहीं जाता है। साथ ही इनकी धुलाई में किसी तरह की क्वालिटी का भी ख्याल नहीं रखा जाता है। जिसके बाद रेल मंत्रालय कंबल नहीं देने पर विचार कर रही है। आपको बता दें कि फिलहाल रेलवे की मौजूदा व्यवस्था में ट्रेन में एसी कोच में सफर करने पर आपको तकिया, बेडशीट और कंबल मिलता है।