मध्य प्रदेश के बहुर्चित व्यापम घोटालेे पर खास स्टोरी को कवर करने गए एक टीवी पत्रकार की झाबुआ के मेघनगर में संदिग्ध हालत में मौत हो गई। मृतक अक्षय एक निजी टीवी चैनल में कार्यरत थे।
मध्य प्रदेश के बहुर्चित व्यापम घोटालेे पर खास स्टोरी को कवर करने गए एक टीवी पत्रकार की झाबुआ के मेघनगर में संदिग्ध हालत में मौत हो गई। मृतक अक्षय एक निजी टीवी चैनल में कार्यरत थे।
और दिल्ली से व्यापम घोटाले पर खास कवरेज के लिए व्यापम घोटाले की मृतक नम्रता डामोर के घर मेघनगर गए थे। नम्रता का नाम व्यापम घोटाले में आया था। इसके बाद उनका शव उज्जैन जिले में रेलवे ट्रैक के पास मिला था।
इससे पहले पत्रकार अक्षय सिंह के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर का कहना है कि मौत का कोई संदिग्ध कारण सामने नहीं आया है।
पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर का कहना है कि मौत का कारण पता लगाने के लिए विसरा को हिस्टोपेेथॉलजी और फॉरेंसिक विक्ष्लेेषण के लिए भेजा गया है।
इससे पहले पत्रकार अक्षय की स्टोरी करने के दौरान अचानक तबीयत खराब हो गई और बाद में उनकी मौत हो गई। इसके बाद कांग्रेस ने राज्य की बीजेपी सरकार पर इशारों ही इशारों में निशाना साधा।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि अक्षय का पोस्टमार्टम गुजरात के दाहोद में हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह कैमरे के सामने वरिष्ठ डॉक्टरों की निगरानी में होना चाहिए।
वही दूसरी ओर व्यापम घोटाले की मृतक नम्रता के पिता का कहना है कि टीवी पत्रकार अक्षय और दो अन्य लोग शनिवार को दोपहर उनके घर आए थे।
इंटरव्यू समाप्त होने के बाद उन्होंने किसी को कुछ कागज फोटोकॉपी करवाने भेजे थे। अक्षय घर के बाहर इंतजार ही कर रहे थे कि तभी उनके मुंह से झाग निकलने लगे।
उन्हें पहले सिविल और फिर एक निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन यहां भी डॉक्टरों ने जवाब दे दिया।इसके बाद उन्हें नजदीकी दाहोद ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।