पाकिस्तान के समक्ष आतंकवाद का मुद्दा उठाएंगे अजीत डोभाल
भारत के एनएसए अजीत डोभाल हमेशा से एससीओ के मंच से आतंकवाद को बढ़ावा देने की पाकिस्तान को बेनकाब करते आए है। आज फिर एक बार देखने को मिलेगा। साल 2021 में इसी मंच से उन्होंने पाकिस्तान की शह पर पलने वाले आतंकी संगठन लश्करे तैयबा और जैश ए मोहम्मद के खिलाफ एससीओ की तरफ से संयुक्त कार्य योजना बनाने का प्रस्ताव किया था। आज दिल्ली में हो रही इस बैठक में अफगानिस्तान का मुद्दा भी उठेगा।
इन देशों को भेजा गया है आमंत्रण
एससीओ की अध्यक्षता इस साल भारत के पास है और एनएसए की बैठक के बाद सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों, विदेश मंत्रियों और फिर राष्ट्र प्रमुखों की बैठक होगी। भारत की तरफ से सभी सदस्य देशों चीन, पाकिस्तान, रूस, उज्बेकिस्तान, तुर्केमिनिस्तान, किर्गिजस्तान, कजाखस्तान, ताजिकिस्तान और कुछ दूसरे देशों को आमंत्रण भेज चुका है।
2017 में भारत बना था पूर्ण सदस्य
आज के एनएसए स्तर की बैठक की बात करें तो भारत एनएसए अजीत डोभाल बैठक से पहले संबोधित कर सकते हैं। आपको बता दे कि शंघाई सहयोग संगठन एक प्रमुख क्षेत्रीय महाशक्ति है, जिसकी स्थापना दो दशक पहले अपने सदस्य देशों के बीच आर्थिक, राजनीतिक और सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी। भारत 9 जून, 2017 को एससीओ का पूर्ण सदस्य बन गया था।