Published: Sep 18, 2023 09:52:52 pm
Prashant Tiwari
Old Parliament House journey ended: संसद भवन को विदाई देते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह सही है कि इस इमारत के निर्माण का निर्णय विदेशी शासकों का था। लेकिन ये बात हम कभी नहीं भूल सकते कि इस भवन के निर्माण में परिश्रम, पसीना और पैसा हमारे देशवासियों का लगा था।
केंद्र सरकार द्वारा 18 सितंबप से बुलाए गए संसद के विशेष सत्र की आज से शुरूआत हो गई है। इस मौके पर देश की पुरानी संसद को विदाई भी दिया गया। बता दें कि पुराने संसद भवन ने 97 साल तक देश को अपनी सेवांए है। इसी संसद में देश के आजाद होने से लेकर अंग्रेजों के जमाने के बनाए गए काले कानूनों को बदला गया है। ससंद भवन को विदाई देते समय हर कोई उदास था। आइए जानते है कि इस मौके पर किसने क्या कहा?
पुराना संसद भव आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा- PM मोदी
पुराने संसद भवन को विदाई देते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह सही है कि इस इमारत के निर्माण का निर्णय विदेशी शासकों का था। लेकिन ये बात हम कभी नहीं भूल सकते कि इस भवन के निर्माण में परिश्रम, पसीना और पैसा हमारे देशवासियों का लगा था। हम भले ही नए भवन में जाएंगे, लेकिन ये पुराना भवन भी आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। आज चारों तरफ भारत के उपलब्धियों की चर्चा गौरव के साथ हो रही है। ये हमारे 75 सालों के सामूहिक प्रयास हैं।
75 साल का अमृत काल कहां से आ गया- अधीर रंजन चौधरी
लोकसभा में पीएम मोदी के संबोधन के बाद बोलते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि 75 साल का अमृत काल कहां से आ गया। विपक्ष चाहता है कि संसद की पवित्रता बनी रहे। हमें नहीं पता कि यह विशेष सत्र है या सामान्य सत्र, हमें बाहर खड़े मीडियाकर्मियों से जानकारी लेनी होगी। सांसदों को शून्यकाल या प्रश्नकाल में भाग लेने की अनुमति नहीं है।