कुल 1 लाख 75 हजार छात्राओं में शनन रहीं टॉपर बता दें, सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद पिछले साल ही एनडीए की परीक्षा में महिलाओं को अनुमति दी गई थी। इसके बाद इस परीक्षा में जबर्दस्त उत्साह बालिकाओं में दिखा है और कुल 1 लाख 75 आवदेन एनडीए की परीक्षा के लिए बालिकाओं ने भरे थे। आर्मी की ट्रेनिंग और एजुकेशन से जुड़े कर्नल मोहिंदर सिंह ने बताया कि इस परीक्षा में पहले ही साल 1 लाख 75 हजार छात्राएं शामिल हुई थीं। जबकि इस परीक्षा में कितनी छात्राओं का चयन अंतिम रूप से होगा यह पहले से ज्ञात नहीं था। मोहिंदर ने बताया कि मेडिकल परीक्षा से पहले 51 छात्राओं का चयन किया गया था। इसके बाद फिलहाल 19 छात्राओं का चयन अंतिम रूप से हो गया है।
परिवार से मिला अनुकूल माहौल शनन को सेना में जाने के लिए अनुकूल माहौल परिवार से मिला। उनकी बड़ी बहन जोनून ढाका मिलिट्री में नर्सिंग अफसर हैं, जबकि छोटी बहन आशी पांचवीं की छात्रा है। एनडीए परीक्षा में प्रश्न पत्र हल करने के लिए ढाई घंटे का समय मिलता है, लेकिन तैयारी के दौरान शनन ने दो घंटे में पेपर हल करने की कोशिश की, ताकि परीक्षा में किसी तरह की दिक्कत न हो। वह तीन साल पुणे के प्रशिक्षण संस्थान और उसके बाद एक साल भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून में प्रशिक्षण लेंगी। जुलाई-अगस्त में उन्हें ज्वॉइनिंग लेटर मिलेगा। वह सेना की इंटेलिजेंस कोर में काम करना चाहती हैं। उनका परिवार कुछ साल से चंडीगढ़ में रह रहा है।
रोज 10-12 घंटे हल किए पुराने पेपर शनन ने बताया कि वह यूपीएससी की तैयारी कर रही थीं, लेकिन जब केंद्र सरकार ने एनडीए में महिलाओं को प्रवेश की मंजूरी दी तो उन्होंने भी इसके लिए आवेदन कर दिया। उन्हें एनडीए परीक्षा की तैयारी के लिए महज 40 दिन का ही समय मिला। एनडीए की तैयारी के लिए उन्होंने वेबसाइट से एनडीए परीक्षा के पुराने वर्षों के प्रश्न पत्र डाउनलोड कर हल करना शुरू कर दिया और रोजाना 10-12 घंटे पढ़ाई की।
पिता सेना में होने की कारण शनन की पढ़ाई आर्मी स्कूल में हुई। उन्होंने 4 साल रुड़की आर्मी स्कूल, 3 साल जयपुर आर्मी स्कूल और 5 साल पंचकूला के चंडी मंदिर आर्मी स्कूल में पढ़ाई की। स्नातक पाठ्यक्रम के लिए उन्होंने पिछले साल दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज में दाखिला लिया था।