हाल ही में नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) और बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) की ओर से गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने इस बात का खुलासा किया है। सुरक्षा एजेंसियों ने आठ फरवरी को मुर्शिदाबाद से पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी अजीजूर रहमान को पकड़ा है। सूत्रों के अनुसार रहमान 2000 रुपए के 40 नकली नोटों के साथ पकड़ा गया है।
बताया जा रहा है कि आईएसआई की मदद से पाकिस्तान में ये नकली नोट छापे गए हैं। इन्हें बांग्लादेश के रास्ते भारत भेजा गया है। जांच एजेंसियों के अनुसार नकली नोट तस्करों को चार सौ से छह सौ रुपए प्रति नोट दिए जाते हैं।
नकली नोट देख हैरान एजेंसियां सूत्रों के अनुसार रहमान से जो नकली नोट बरामद किए गए हैं, उन्हें देख जांच एजेंसियां और विशेषज्ञ हैरान हैं। असली नोटों में मौजूद 17 सुरक्षा मानकों में से 11 इन नकली नोटों पर भी हैं।
नकली नोटों में पारदर्शी हिस्सा, वाटरमार्क, अशोक स्तंभ का चिन्ह, बांई ओर लिखा 2000, गर्वनर के हस्ताक्षर और देवनागरी में लिखा नंबर हू-ब-हू है। इसी के साथ स्वच्छ भारत का लोगो भी इस नोट पर है। हालांकि प्रिंटिंग और नोट के कागज की क्वालिटी असली नोट जैसी नहीं है।
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लगातार सामने आ रहे हैं मामले विशेषज्ञों का कहना है पिछली बार पकड़े गए नए नोटों के मुकाबले इस बार पकड़े गए नकली नोटों में सुधार है। ऐसे में नकली और असली नोट की पहचान करना आम लोगों के लिए मुश्किल है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी 2000 और 500 के नकली नोटों के साथ दो युवकों को पकड़ा गया था। पिछले साल दिसंबर के आखिरी सप्ताह, फिर जनवरी की शुरुआत और इसके बाद 4 फरवरी को नकली नोटों की खेप पकड़ी जा चुकी है।