पतंजलि का रजिस्टर्ड टर्नओवर 5 हजार करोड़ है, इसके 2017 तक 10 हजार करोड़ होने की उम्मीद है। एफएमसीजी (फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स) सेक्टर में डाबर के आनंद बर्मन सबसे अमीर शख्स हैं। उनकी कुल संपत्ति 41,800 करोड़ रुपए है। ब्रिटानिया के नुस्ली वाडिया इस लिस्ट में बर्मन के नीचे हैं। उनकी कुल संपत्ति 20,400 करोड़ है।
विवादों से रहा नाता 44 वर्षीय बालकृष्ण पर अपने शैक्षणिक दस्तावेजों में हेराफेरी, जाली पासपोर्ट और विदेशों में धन जमा करने के आरोप लगे थे। सीबीआई ने 23 जुलाई 2011 में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था। हालांकि बाद में ईडी ने उन्हें सबूत न मिलने के कारण क्लीनचिट दे दी थी।
सीबीआई को शिकायत मिली थी कि बालकृष्ण नेपाल के नागरिक हैं। उन्होंने बरेली पासपोर्ट कार्यालय से हरिद्वार के पते पर पासपोर्ट बनवाया था। सीबीआई ने उस वक्त बालकृष्ण की डिग्री समेत उनके तमाम शैक्षिक व जन्म प्रमाणपत्र को फर्जी बताया था।
जड़ी-बूटी दिवस उनका जन्म दिवस (4 अगस्त) पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट से जुड़े लोग ‘जड़ी-बूटी दिवस’ के रूप में मनाते हैं। बालकृष्ण ने आयुर्वेदिक औषधियों से सम्बंधित 6 पुस्तकें भी लिखी है। बालकृष्ण ने रामदेव के साथ मिलकर हरिद्वार में आचार्यकुलम की स्थापना की। वह पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान से भी जुड़े हैं
41 शोध पत्र लिखे आचार्य बालकृष्ण ने शोध के क्षेत्र में भी अपना अहम योगदान दिया है अपने सह लेखकों के साथ अब तक 41 शोध पत्र लिख चुके हैं। सभी शोधपत्र योग, आयुर्वेद और दवाइयों से संबन्धित हैं। अभी वे पतंजलि से जुड़े 9 पदों पर काबिज हैं। उन्हें कई सम्मान भी मिल चुके हैं।
पर्सनल बैंक अकाउंट नहीं पतंजलि भारत का सबसे तेजी से बढ़ता कंज्यूमर ब्रांड है। बताया जाता है कि पतंजलि आयुर्वेद के 94 फीसदी से ज्यादा मालिकाना हक बालकृष्ण के पास है। पतंजलि के साथ 10 साल पहले काम शुरू करने वाले बालकृष्ण ने 2011 में कहा था कि मैंने 50-60 करोड़ का पर्सनल लोन लिया है। इसके अलावा मेरे पास कोई पर्सनल बैंक अकाउंट नहीं है।