37,000 से ज्यादा लोगों ने ली शिविरों में शरण
मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हुई झड़पों में अब तक 98 लोगों की मौत हो चुकी है और 310 लोग घायल हो गए हैं। सैकड़ों लोग बेघर हो चुके है। ये राजधानी दिल्ली दीमापुर और गुवाहाटी में राहत शिविरों में शरण ले रहे है। राज्य सरकार ने 2 जून को एक बयान में बताया कि वर्तमान में 272 राहत शिविरों में कुल 37,450 लोग रह रहे हैं। हिंसा शुरू होने के बाद से आगजनी के 4,014 मामले सामने आये हैं।
हर चीज के दोगुने दाम
जरूरी वस्तुओं की कीमत रातोंरात दोगुनी हो गई क्योंकि नागरिक निकायों ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 को अवरुद्ध कर दिया। जिससे मालवाहक ट्रकों को राजधानी इंफाल में प्रवेश नहीं कर पा रहे है। चावल की कीमत पहले के 30 रुपये से बढ़कर 60 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। सब्जियों की कीमत पर भी असर पड़ा है। प्याज पहले 35 रुपये प्रति किलो था, अब 70 रुपये और आलू की कीमत 15 रुपये से बढ़कर 40 रुपये हो गई है। अंडे पहले की 6 रुपये प्रति पीस मिलता था जो अब 10 रुपये प्रति पीस में आ रहा है। रिफाइंड तेल भी महंगा हो गया है। एक लीटर 250 रुपये से 280 रुपये मिल रहा है।
पेट्रोल की कालाबाजारी
इंफाल घाटी के लोगों को पेट्रोल के लिए भी ज्यादा पैसे खर्च करने पड़े रहे है। यहां एक लीटर पेट्रोल के लिए लोग 200 रुपये तक दे रहे है। क्योंकि ज्यादातर पेट्रोल पंप पर तेल खत्म हो चुका है। कुछ चुनिंदा पेट्रोल पंप जो अभी भी खुले हैं वहां कई किलोमीटर लंबी कतारें लगी हैं।