क्या कहा गया है इस याचिका में?
इस याचिका में आगे कहा गया है कि “इन हजारों NGOs के एफसीआरए पंजीकरण को अचानक और मनमाने ढंग से FCRA लाइसेंस रद्दवकिए जाने से न केवल इन एनजीओ के कार्यकर्ताओं काबल्कि उन लाखों भारतीयों के अधिकारों का भी उल्लंघन है, जिनकी वे सेवा करते हैं।”
राहत प्रयासों मोें आ रही बाधाा
इस याचिका में कहा गया है कि “ये कदम तब उठाया गया है जब देश कोरोना की तीसरी लहर से जूझ रहा है। इस समय करीब 6000 एनजीओ के लाइसेंस रद्द होने से राहत कार्यों में बाधा आ रही है। देश की जनता को एनजीओ की मदद से वंचित किया जा रहा है।”
इस याचिका में आगे कहा गया है कि “इन हजारों NGOs के एफसीआरए पंजीकरण को अचानक और मनमाने ढंग से FCRA लाइसेंस रद्दवकिए जाने से न केवल इन एनजीओ के कार्यकर्ताओं काबल्कि उन लाखों भारतीयों के अधिकारों का भी उल्लंघन है, जिनकी वे सेवा करते हैं।”
राहत प्रयासों मोें आ रही बाधाा
इस याचिका में कहा गया है कि “ये कदम तब उठाया गया है जब देश कोरोना की तीसरी लहर से जूझ रहा है। इस समय करीब 6000 एनजीओ के लाइसेंस रद्द होने से राहत कार्यों में बाधा आ रही है। देश की जनता को एनजीओ की मदद से वंचित किया जा रहा है।”
गैर सरकारी संगठनों की भूमिका को सभी ने किया है स्वीकार
याचिका में दावा किया गया है कि ‘कोरोना महामारी से निपटने में गैर सरकारी संगठनों की भूमिका को केंद्र सरकार, नीति आयोग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक के कार्यालय ने भी स्वीकार किया है।’
याचिका में दावा किया गया है कि ‘कोरोना महामारी से निपटने में गैर सरकारी संगठनों की भूमिका को केंद्र सरकार, नीति आयोग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक के कार्यालय ने भी स्वीकार किया है।’
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याचिका में मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी का भी उल्लेख
बता दें कि इस याचिका में मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी के लिए लाइसेंस के नवीनीकरण के मुद्दे का भी उल्लेख किया गया है। हालांकि, मिशनरीज ऑफ चैरिटी के लिए गृह मंत्रालय ने लाइसेंस का नवीनीकरण 6 जनवरी को किया गया था और यह 2026 तक वैध रहेगा।
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याचिका में मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी का भी उल्लेख
बता दें कि इस याचिका में मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी के लिए लाइसेंस के नवीनीकरण के मुद्दे का भी उल्लेख किया गया है। हालांकि, मिशनरीज ऑफ चैरिटी के लिए गृह मंत्रालय ने लाइसेंस का नवीनीकरण 6 जनवरी को किया गया था और यह 2026 तक वैध रहेगा।
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