दो साल के इस कोर्स में मोदी के पास यूरोपियन पॉलिटिक्स, इंडियन पॉलिटिकल अनैलेसिस और साइकोलॉजी ऑफ पॉलिटिक्स जैसे विषय थे। अखबार ने गुजरात यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर एमएन पटेल के हवाले से बताया है कि पीएम मोदी को एमए पहले वर्ष 400 में से 237 और दूसरे वर्ष 400 में से 262 मार्क्स हासिल हुए थे। वह कुल 800 में से 499 अंक लेकर प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए थे। यूनिवर्सिटी के पास मोदी के स्नातक से जुड़ी कोई जानकारी भी नहीं है।
केजरीवाल ने की थी मांग दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय सूचना आयोग को पत्र लिखकर पीएम मोदी की शैक्षिक डिग्रियों के खुलासे की मांग की थी। आयोग ने शुक्रवार को पीएमओ से कहा कि वह डीयू और गुजरात यूनिवर्सिटी को मोदी की डिग्रियों के नंबर और साल बताए, जिससे रिकॉर्ड्स खोजने में परेशानी न हो। इस बीच इस मुद्दे पर कांग्रेस भी पीएम मोदी पर निशाना साध चुकी है।
आनंदीबेन थीं सीनियर मोदी ने एमएन साइंस कॉलेज, विसनगर से प्री-साइंस पास किया था। प्री-साइंस 12वीं के समकक्ष होता है जो एक साल का पाठ्यक्रम है। हालांकि, कॉलेज के पास मोदी का का कोई रिकॉर्ड मौजूद नहीं है। वैसे, जब मोदी प्री-साइंस की पढ़ाई कर रहे थे, तो उनकी राजनीतिक सहयोगी और गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल इसी कॉलेज की इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री की एमएससी की दूसरे साल की छात्रा थीं। दोनों का ही रोल नंबर-71 था।
मोदी जब पोस्ट ग्रेजुएशन की तैयारी कर रहे थे तो काफी अनुशासित छात्र थे। वह घंटों तक पढ़ाई करते थे। सोने से पहले अन्य विषयों को भी पढ़ते थे।– महेंद्र भट्ट, पीएम के साथी