सात दिनों तक निजी अस्पताल में मुफ्त ईलाज
सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य सड़क हादसों में घायल लोगों को समय पर इलाज उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि घायल व्यक्ति सात दिन तक निजी अस्पताल या नर्सिंग होम में अपना मुफ्त उपचार करा सकेंगे। इसके लिए अधिकतम राशि डेढ़ लाख रुपये तक होगी।
पहला घंटा अहम
गौरतलब है कि है कि कई विशेषज्ञों ने इस बात का अध्ययन किया है कि अगर सड़क दुर्घटना के पहले एक घंटे में इलाज मिल जाए तो मौतों को 50 फीसदी तक रोका जा सकता है। 2022 में देश में सड़क हादसों में 1.68 लाख मौतें हुई, जो सर्वाधिक है। केंद्र ने मुफ्त इलाज के लिए 21 हजार निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध किया है।