पीएम मोदी ने एसआईआई के अदार पूनावाला सहित प्रतिनिधियों के साथ वैक्सीन रिसर्च को आगे बढ़ाने के साथ-साथ अब तक के अनुभवों सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार भी बैठक में उपस्थित थे।
बैठक के बाद सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साइरस पूनावाला ने कहा, “प्रधानमंत्री इस तरह से आए कि सभी को बहुत तेजी से आगे बढ़ाया … अगर वह यह नहीं करते … और स्वास्थ्य मंत्रालय चला रहा होता, तो अब तक भारत एक अरब खुराक नहीं बना पाता।
बीते 21 अक्टूबर को भारत ने अपने कोरोना वायरस टीकाकरण कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया और देश की कुल वैक्सीन खुराक 100 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई। इसके परिणामस्वरूप देश के विभिन्न हिस्सों में जश्न मनाया गया।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों में कहा गया है कि इस बीच, भारत में 31% या लगभग 93 करोड़ वयस्कों को कोविड-19 वैक्सीन की दोनों खुराक दी गई हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 68,48,417 वैक्सीन खुराक देने के साथ भारत के शनिवार सुबह 7 बजे तक COVID-19 टीकाकरण कवरेज 100 करोड़ के आंकड़े को पार कर 101.30 करोड़ (1,01,30,28,411) तक पहुंच गया है। इसमें 75% से अधिक पात्र आबादी को कोविड-19 वैक्सीन की कम से कम एक खुराक मिल चुकी है।
वहीं, कोविन डैशबोर्ड के मुताबिक खबर लिखे जाने तक देश में कुल 1,02,07,12,927 वैक्सीन डोज दी जा चुकी हैं। इनमें 71,69,81,915 लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक जबकि 30,37,31,012 लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। भारत में जारी कोरोना टीकाकरण अभियान के अंतर्गत अब तक सबसे ज्यादा कोविशील्ड वैक्सीन लगाई गई हैं। देश में अब तक 89,93,34,537 लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन का डोज दिया गया है, जबकि 11,61,39,640 लोगों को कोवैक्सिन की खुराक दी गई है।
देश में कोरोना टीकाकरण के लिए कुल 87,513 केंद्र काम कर रहे हैं। इनमें 84,553 सरकारी केंद्र जबकि 2,960 निजी केंद्र शामिल हैं। जबकि अब तक कोरोना वायरस टीकाकरण के लिए देश में 77,73,26,904 लोगों ने पंजीकरण कराया है। इनमें 47,09,61,579 व्यक्ति 18-44 आयुवर्ग के जबकि 30,63,65,325 व्यक्ति 45 वर्ष से ज्यादा आयु के हैं।