पीएम मोदी ने रेखांकित किया कि, जिन लोगों को बुनियादी ढांचे से संबंधित इतिहास का ज्ञान है, वे इस तथ्य से अच्छी तरह वाकिफ हैं। उन्होंने चंद्रगुप्त मौर्य द्वारा उत्तरापथ के निर्माण का हवाला दिया, जिसे अशोक ने आगे बढ़ाया और बाद में शेरशाह सूरी ने इसका उन्नयन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि, अंग्रेजों ने ही इसे जीटी रोड बनाया था। भारत में सदियों से राजमार्गों के महत्व को स्वीकार किया गया है।
रिवरफ्रंट्स और जलमार्गों का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने बनारस के घाटों का उदाहरण दिया, जो जलमार्गों के माध्यम से सीधे कोलकाता से जुड़े थे। उन्होंने तमिलनाडु के 2 हजार साल पुराने कल्लनई बांध का भी उदाहरण दिया जो अब भी चालू है।
पीएम मोदी ने बताया कि, भारत का कैपेक्स 2013-14 की तुलना में 5 गुना बढ़ गया है और सरकार नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन के तहत 110 लाख करोड़ रुपए के निवेश के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है। यह हर हितधारक के लिए नई जिम्मेदारियों, नई संभावनाओं और साहसिक निर्णयों का समय है।
पीएम मोदी ने कहा कि, पीएम गति शक्ति मास्टर प्लान के नतीजे दिखने लगे हैं। हमने उन अंतरालों की पहचान की है, जो रसद दक्षता को प्रभावित कर रहे थे। यही कारण है कि इस साल के बजट में, 100, महत्वपूर्ण परियोजनाओं को प्राथमिकता दी गई है और 75,000 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।