वहीं कजाखस्तान के अस्तान में हो रही इस शिखर बैठक के दौरान भारत को इस क्षेत्रीय संगठन के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल किए जाने की औपचारिकता पूरी की भी जाएगी। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में पाक पीएम नवाज शरीफ भी रहेंगे। इस समिट के दौरान पीएम की कई कई नेताओं के साथ मुलाकात भी कर सकते हैं।
पीएम मोदी ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि एक सदस्य के रूप में भारत के शामिल होने के बाद शंघाई सहयोग संगठन में विश्व की कुल आबादी का 40 फीसदी प्रतिनिधित्व हो जाएगा। शंघाई सहयोग संगठन की स्थापना वर्ष 2001 में हुई थी। भारत 2005 से इस संगठन का पर्यवेक्षक देश रहा है और उसने 2014 में पूर्ण सदस्यता के लिए आवेदन किया था।
वहीं अस्ताना में शिखर बैठक से अलग पीएम नरेन्द्र मोदी की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक हो सकती है। तो वहीं प्रधानमंत्री मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच किसी बैठक का फिलहाल कोई कार्यक्रम नहीं है। इस मामले पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पहले ही स्पष्ट कर चुकी हैं कि इस विषय पर ना पाक के तरफ से किसी तरह का अनुरोध मिला है, और ना ही भारत ने बातचीत का कोई प्रस्ताव पेश किया है।
गौरतलब है कि शंघाई सहयोग संगठन में कुल 6 सदस्य देश हैं। जिसमें चीन, कजाख्स्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान। कजाख्स्तान में भारत के राजदूत हर्ष कुमार जैन के मुताबिक, इस संगठन में पूर्ण सदस्य के रूप में भारत को शामिल किए जाने से जुड़े सभी कार्य पूरे कर लिए गए हैं।