विपक्ष ने भी शुरू की तैयारी उधर, राष्ट्रपति चुनाव के लेकर विपक्ष ने भी तैयारियां शुरू कर दी है। यूपीए में भी इस मुद्दे को लेकर बैठक की। राष्ट्रपति के पद के लिए संभावित उम्मीदवार पर चर्चा करने के लिए विपक्षी पार्टियों की उप समिति ने संसद लाइब्रेरी इमारत में बैठक की। इस दस सदस्यीय समिति में गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खडग़े (कांग्रेस), शरद यादव (जेडीयू), प्रफुल पटेल (एनसीपी), लालू प्रसाद यादव (आरजेडी), सीताराम येचुरी (सीपीएम), डेरेक ओ ब्रीयन (एआईटीसी), सतीश चंद्र मिश्रा (बसपा), राम गोपाल यादव (एसपी) और आरएस भारती (द्रमुक) शामिल हुए।
अधिसूचना जारी निर्वाचन आयोग द्वारा अधिसूचना जारी करने के साथ अगले राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो गई। 17 जुलाई को होने वाले चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया अब शुरू हो चुकी है। नामांकन पत्रों के अलावा दूसरे नामांकन पत्रों की 29 जून को जांच की जाएगी। उम्मीदवार या उसके द्वारा लिखित तौर पर अधिकृत उसके किसी प्रस्तावक या उसके अनुमोदक द्वारा उम्मीदवार का नाम एक जुलाई तक वापस लिया जा सकेगा।
नियमों के तहत तय मतदान स्थलों पर मतदान 17 जुलाई को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक किया जाएगा। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का कार्यकाल खत्म होने के चार दिन पहले 20 जुलाई को मतों की गणना की जाएगी। अगले दिन नए राष्ट्रपति कार्यभार संभालेंगे।
राष्ट्रपति चयन के निर्वाचक मंडल में 4,986 मतदाता होंगे। इनमें लोकसभा में 543 मतदाता है जबकि राज्य सभा में 233 है। इनका भारी बहुमत (4120) राज्य विधानसभा के विधायकों से आता है। चुनाव में कुल वोटों का मूल्य 10,98,903 है। इसमें सांसदों के वोटों का मूल्य 5,49,408 व विधायकों के वोटों का मूल्य 5,49,495 है।
सांसदों के एक मत का मूल्य समान रूप से 708 है लेकिन विधायकों के मामले में यह अलग-अलग है। उत्तर प्रदेश के एक विधायक के मत का मूल्य सर्वाधिक 208 है जबकि सिक्किम के विधायक का सबसे कम (7) है। सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के पास अभी 18000 मत कम हैं। लेकिन, उसे कुछ छोटे राजनीतिक दलों के साथ-साथ अन्नाद्रमुक के सभी धड़ों से समर्थन की उम्मीद है जिसके ही वोट का मूल्य 26000 से ऊपर है।