लोकसभा सचिवालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार ग्वालियर के तारागंज लश्कर निवासी आनंद सिंह कुशवाह रामायणी ने नई दिल्ली संसद भवन में जाकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष राष्ट्रपति पद के लिए आवेदन दाखिल किया। तो वहीं आनंद कुल 20 चुनावों में हार चुके हैं।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले आनंद पेशे से चाय बेचने वाले हैं। और साल 1994 से लेकर अब तक चुनाव में अपना भाग्य अजमा रहे हैं। उन्हें याद है कि उन्होंने अब तक कौन-कौन से चुनाव लड़े हैं। चाय विक्रेता आनंद उपराष्ट्रपति का चुनाव भी लड़ चुके हैं। उन्होंने ऐसे समय में राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया है, जबकि बीजेपी और कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के नाम के ऐलान पर चुप है।
आनंद कुशवाहा का कहना है कि वो हर रोज अपनी कमाई का एक हिस्सा राष्ट्रपति चुनाव के लिए बचाते हैं। इसके अलावा वह यूपी के विधायकों और सांसदों से इसके लिए लगातार संपर्क में हैं। इससे पहले साल 2013 में उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा था, जहां उन्हें 376 वोट मिले थे। तो वहीं वह पहले भी राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति के लिए नामांकन 2007 और 2017 में पर्चा दाखिल कर चुके हैं।
उनका कहना कि जब मैं प्रचार के लिए निकलता हूं तो मेरी पत्नी चाय की दुकान संभालती है। उन्होंने इस बार राष्ट्रपति चुनाव में सफलता को लेकर उम्मीद जताई। गौरतलब है कि इससे पहले महाराष्ट्र के पटेल दंपति ने भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल कर चुके हैं। जबकि राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 28 जून तक चलेगी। फिर 29 जून को छंटनी होगी। 17 जुलाई को वोटिंग के बाद 20 जुलाई को राषट्रपति चुनाव की गिनती होगी।