यही नहीं योगी आदित्यनाथ, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, हिमंता बिस्वा सरमा, पुष्कर सिंह धामी समेत भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री भी पहुंचे थे। महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद द्रौपदी मुर्मू नामांकन के लिए गईं। 1997 में भाजपा में शामिल हुईं द्रौपदी मुर्मू ओडिशा विधानसभा की सदस्य रहीं हैं और नवीन पटनायक की सरकार में मंत्री के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। यही नहीं वहझारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी थीं।
जेडीयू, बीजेडी, वाईएसआर समेत कई दलों के नेता रहे मौजूद द्रौपदी मुर्मू के नाम के ऐलान के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि यह बेहतर होता कि वह निर्विरोध ही चुन ली जातीं। द्रौपदी मुर्मू के नाम के ऐलान के बाद से अब तक नवीन पटनायक, वाईएसआर कांग्रेस के नेता जगन मोहन रेड्डी ने समर्थन का ऐलान किया है। इसके अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा भी अदिवासी महिला के नाम पर समर्थन कर सकती है। ऐसे में उनकी जीत तय मानी जा रही है। इस मौके पर बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस के कई सांसद भी मौजूद थे। इससे माना जा रहा है कि एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के साथ ही शक्ति प्रदर्शन भी किया। बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस समेत कई दलों के नेताओं की मौजूदगी से साफ है कि नामांकन के साथ ही जीत का दम भी एनडीए ने भरा है।
क्या कहता है आंकड़ों का गणित राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट वैल्यू के आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए तो एनडीए का पलड़ा एक तरफा भारी नजर आ रहा है। राष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा 540 और राज्यसभा के 229 सांसदों के अलावा राज्यों की विधानसभाओं के कुल 4 हजार 33 विधायक वोटिंग करते हैं। चुनाव के दौरान इन सभी जनप्रतिनिधियों के वोटों का वैल्यू निकाला जाता है। कुल वोट वैल्यू 10 लाख 78 हजार 915 है। इस तरह किसी भी उम्मीदवार को बहुमत के लिए 5 लाख 39 हजार 458 चाहिए।
राष्ट्रपति चुनाव में इस तरह है वोट वैल्यू लोकसभा सांसद – 378000
राज्यसभा सांसद – 160300
विधायक – 540615
कुल वोट – 1078915
बहुमत का आंकड़ा – 539458
अभी किसके पास कितने वोट?
अब गठबंधन के हिसाब से उनके सांसदों और विधायकों का वोट वैल्यू मिलाकर देखें तो एनडीए के पास पहले ही सबसे ज्यादा 5 लाख 26 हजार 966 वोट होंगे। वहीं यूपीए के पास जादुई आंकड़े से काफी कम वोट दिख रहे हैं। ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक और आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने भी एनडीए उम्मीदवार मुर्मू का समर्थन किया है। साफ है कि विपक्ष और अन्य को मिलाकर भी बहुमत का आंकड़ा पूरा नहीं हो पाएगा।
एनडीए उम्मीदवार को चाहिए अब 12 हजार 492 वोट वैल्यू
अब अगर कुल वोटों की बात करें तो एनडीए के पास 526966 वोट दिख रहे हैं, वहीं यूपीए के पास महज 264158 वोट ही हैं, अन्य की बात करें तो 287791 वोट उनके पास हैं। यानी फिलहाल तो किसी भी गठबंधन के पास बहुमत का पूरा आंकड़ा नहीं है, लेकिन एनडीए इसके सबसे ज्यादा करीब है। एनडीए के पास कुल वोट वैल्यू 5 लाख 26 हजार 966 हैं, यानी उसे सिर्फ 12 हजार 492 वोट वैल्यू का जुगाड़ करना होगा।
BJD और YSR कांग्रेस के समर्थन से मुर्मू बहुमत के पार क्योंकि नवीन पटनायक की बीजेडी ने मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है, ऐसे में बीजेडी के 31 हजार 668 वोट वैल्यू को एनडीए में मिला दिया जाए तो द्रौपदी मुर्मू बहुमत के जादुई आंकड़े को पार कर जाएंगी। साथ ही अब इसमें जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस के 45 हजार से ज्यादा वोट भी जुड़ जाएंगे। इसका सीधा मतलब है कि द्रौपदी मुर्मू आसानी से राष्ट्रपति की कुर्सी तक पहुंच जाएंगी…इसलिए आज 12 बजे नॉमिनेशन फाइल कर रहीं मुर्मू का राष्ट्रपति भवन पहुंचना तय है।