पीएम मोदी के सामने देश की तीन सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनियां कार्यक्रम में 5जी इंटरनेट का एक-एक डेमो प्रदर्शित करेंगी। रिलायंस जियो मुंबई के स्कूल टीचर को महाराष्ट्र, गुजरात और ओडिशा के छात्रों से 5जी नेटवर्क से कनेक्ट करेगी।
बताया जा रहा है कि पहले फेज में अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, जामनगर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और पुणे शहर में यह सर्विस शुरू की जा रही है। लोग तेज रफ्तार इंटरनेट सेवा का आनंद उठा सकेंगे। हालांकि, आम लोगों तक सेवा को पहुंचने में वक्त लगेगा। बताया जा रहा है कि 2023 तक देश के हर तहसीन तक 5जी सेवाएं पहुंच जाएंगी।
5G सेवा की शुरुआत से कई फायदे होंगे। इसके साथ नए आर्थिक अवसरों और सामाजिक लाभ मिलेंगे। इससे भारतीय समाज के लिए एक परिवर्तनकारी शक्ति बनने की क्षमता प्रदान करता है। यह देश को विकास की पारंपरिक बाधाओं को दूर करने, स्टार्टअप्स और व्यावसायिक उद्यमों की ओर से इनोवेशन को बढ़ावा देने के साथ-साथ ‘डिजिटल इंडिया’ के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। 5G टेक्नोलॉजी के मदद से बिना किसी रुकावट के हाई स्पीड इंटरनेट का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे टेक्नोलॉजी जगत में एक क्रांति के रूप में देखा जा रहा है।
सभी मोबाइल फोन कुछ खास बैंड की फ्रीक्वेंसी पर मिलने वाली सर्विस के लिए बना होता है। पुराने वर्जन वाले फोन में इस सेवा का आंनद नहीं ले पाएंगे। यदि आपको पता करना है कि आपके फोन में 5जी इंटरनेट चलेगा या नहीं तो देखें कि फोन में n77/n78/n5/n8/n28 बैंड हैं या नहीं।
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आपको बता दें कि 5G स्पेक्ट्रम नीलामी में चार प्रमुख कंपनियां शामिल हुई थी। इसमें Jio, Airtel, Vi और अडानी डेटा नेटवर्क्स है। इसमें जीयो ने सबसे बड़ी बोली लगाकर सबसे ज्यादा स्पेक्ट्रम अपने नाम किए थे। वहीं दूसरे नंबर पर एयरटेल और फिर वोडाफोन आइडिया ने निवेश किया है।
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