कहा जा रहा है कि शहबाज शरीफ के सम्मेलन में शामिल होने के दौरान उनके चीन, रूस, ईरान के राष्ट्रपतियों के साथ-साथ पीएम मोदी से भी मिलने की संभावना है। वहीं, रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद पुतिन से और गलवान घाटी की घटना के बाद शी जिनपिंग से पीएम मोदी की यह पहली मुलाकात होगी।
पीएम मोदी और पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ दोनों एक दूसरे से पहली बार मिलेंगे। वहीं, होनें वाली इस बैठक में क्या मुद्दे होंगे, क्या दोनों देशों के बीच फिर से बातचीत का सिलसिला शुरू होगा, अभी इसे लेकर कुछ भी कहा नहीं जा सकता। बता दें, शहबाज शरीफ के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें ट्विटर के जरिए बधाई दी थी।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा था, “पाकिस्तान का प्रधानमंत्री चुने जाने पर मियां मुहम्मद शहबाज शरीफ को बधाई। भारत एक आतंकवाद मुक्त क्षेत्र में शांति और स्थिरता चाहता है, जिससे हम अपने विकास में आने वाले रोड़े पर ध्यान दे सकें और अपने लोगों की भलाई और संपन्नता सुनिश्चित कर सकें।” इसके जवाब में पाकिस्तान के पीएम ने नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा था कि पाकिस्तान भारत के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगपूर्ण संबंध रखना चाहता है।