कहा जा रहा है कि AIG आशीष कपूर अमृतसर के सेंट्रल जेल के अधीक्षक पद पर रहते हुए 2017 में कुरुक्षेत्र की पूनम राजन से परिचित हुए थे। वो किसी मामले में जेल में न्यायिक रिमांड पर थीं। जब पूनम राजन अपनी मां प्रेम लता, भाई कुलदीप सिंह और भाभी प्रीति के साथ जीरकपुर के एक थाने में एक मामले में पुलिस रिमांड में थी, तो कपूर थाने गए और कथित तौर पर राजन की मां प्रेम लता को आश्वस्त किया कि वह अदालत से उनकी जमानत और बरी करने की व्यवस्था करेगें। इसके बदले कपूर ने प्रेम लता से 1 करोड़ रुपए का चेक साइन करवाकर बैंक से निकलवा लिया था।
बाताया जा रहा है कि पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के AIG आशीष कपूर के खिलाफ मोहाली में भी 2019 में क्रिमिनल केस दर्ज किया गया था। ये केस पंजाब पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन्स सेल ने दर्ज किया था। विजिलेंस करीब 6 महीने से मामले की जांच कर रही थी। कपूर के खिलाफ IPC की विभिन्न धाराएं लगाई गई हैं। AIG आशीष कपूर सिंचाई घोटाले के जांच अधिकारी भी रह चुके हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से पैसे लेकर उनके नाम बेगुनाह लोगों की सूची में डाले थे।
जैसे ही इस मामले की शिकायत विजिलेंस के पास पहुंची थी उनके बाद ले विभाग इस चीज को गंभीरता से ले रहा था। इस मामले के सामने आने के बाद AIG कपूर की सारी संपत्ति से लेकर बैंक खातों की जांच की गई थी। अगस्त में विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने AIG आशीष कपूर के मोहाली के सेक्टर-88 स्थित आवास पर रेड भी की थी। सीनियर रैंक के पुलिस अधिकारी की पहली गिरफ्तारी है। इससे पहले भ्रष्टाचार के मामले में IAS अधिकारी गिरफ्तार किए गए थे।