भारत की जी 20 की अध्यक्षता को लेकर बुलाई गई विदेश मंत्रालय की कंस्लटेटिव कमेटी की बैठक में राहुल गांधी ने अपनी सफाई दी है। राहुल ने कहा कि उन्होंने केवल देश में लोकतंत्र के हालात पर सवाल उठा किए थे। उन्होंने कहा कि मैंने यह कहा था कि यह हमारा आंतरिक मामला और हम इसका हल निकाल लेंगे। भारत में दूसरे देशों के हस्तक्षेप वाले कथित बयान पर राहुल ने कहा कि उन्होंने इस मामले में किसी विदेशी देश को हस्तक्षेप के लिए नहीं कहा। किसी भी देश को हमारे देश के अंदर हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है।
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राहुल गांधी ने बैठक में यह स्पष्ट है कि भारतीय लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। ईडी, सीबीआई जैसे संस्थानों का सरकार हथियार के रूप में विपक्ष पर प्रयोग कर रही है। उन्होंने हिंडनबर्ग और अदाणी के मसले पर भी अपनी बात रखी और कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट भारत पर हमला नहीं था। यह एक उद्योगपति गौतम अदाणी और उनके वित्तीय लेनदेन के खिलाफ था।
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राहुल गांधी ने जी-20 की अध्यक्षता पर विदेश मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक में इस मसले पर अपनी बात रखी। हालांकि, इस बीच उन्होंने भाजपा की केंद्र सरकार पर निशाना भी साधा। बताया जा रहा है कि इस दौरान कई बार बीजेपी सांसदों से राहुल गांधी की तीखी झड़प भी हुई। भाजपा सांसदों ने राहुल गांधी का बिना नाम लिए उनके लंदन में दिए बयान की तीखी आलोचना की।