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Republic Day 2022: सीमित स्थान और समय के कारण परेड में केवल 12 राज्यों ही होंगे शामिल

locationनई दिल्लीPublished: Jan 26, 2022 07:19:34 am

Submitted by:

Shaitan Prajapat

दिल्ली छावनी क्षेत्र के राष्ट्रीय रंगशाला कैंप में गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बनने वाली झांकियों में फिनिशिंग टच दिया जा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, नम्पिबौ मारिनमाई, PRO (रक्षा), कहा कि परेड में 12 राज्यों और नौ मंत्रालयों या सरकारी विभागों की झांकियां हिस्सा लेंगी। इस बार 12 राज्यों की झांकी को 26 जनवरी की परेड में शामिल किया जा रहा है।

republic day 2022

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Republic Day 2022: दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर होने वाली परेड में इस बार सिर्फ 12 राज्यों को ही इजाजत मिली है। एक रिपोर्ट के अनुसार, नम्पिबौ मारिनमाई, PRO (रक्षा), कहा कि परेड में 12 राज्यों और नौ मंत्रालयों या सरकारी विभागों की झांकियां हिस्सा लेंगी। सीमित स्थान और समय के कारण ही केवल 12 राज्यों को चुना गया। मारिनमाई ने कहा, इतने राज्यों ने मांग उठाई है, त यह है कि हमारे पास सीमित जगह है, सीमित समय है। कला, संगीत, संस्कृति और दूसरी विशेषज्ञता के विशेषज्ञों की एक समिति है। कमेटी इन चीजों की जांच करती है।

12 राज्यों की झांकी होगी परेड में शामिल
राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों ने कुल 56 प्रस्ताव प्रस्तुत किए थे। इनमें से 21 को रिपोर्ट के अनुसार शॉर्टलिस्ट किया गया था। लाल किले के लिए नियमित मार्ग का अनुसरण करने के बजाय इस वर्ष राष्ट्रीय स्टेडियम में दल रुकेंगे। पूरे आयोजन के दौरान COVID-19 सुरक्षा मानदंड सख्ती से लागू होंगे। दिल्ली, केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल की झांकी इस साल परेड का हिस्सा नहीं होंगी। इस बार 12 राज्यों की झांकी को 26 जनवरी की परेड में शामिल किया जा रहा है।

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झंडा फहराने का समय
इस वर्ष कोविड-पुनर्निर्माण प्रेरित गणतंत्र दिवस कम अवधि का होगा। ध्वजारोहण कार्यक्रम मंगलवार सुबह आठ बजे होगा। परेड आमतौर पर सुबह 9 बजे शुरू होती है और लगभग 11.30 बजे समाप्त होती है। ऐतिहासिक गणतंत्र दिवस परेड राष्ट्रपति भवन से शुरू होकर इंडिया गेट पर खत्म होगी।

कोई मुख्य अतिथि नहीं
गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत के राजनयिक संबंधों को भी दर्शाता है। हालांकि, इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस पर कोविड-19 के कारण मुख्य अतिथि के रूप में कोई विदेशी गणमान्य व्यक्ति नहीं होगा। सरकार ने पांच मध्य एशियाई देशों के राष्ट्राध्यक्षों को निमंत्रण भेजा था लेकिन अब योजनाओं को रद्द कर दिया गया है। पिछली बार 1966 में गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि नहीं था। 1952 और 1953 में भी गणतंत्र दिवस परेड के दौरान मुख्य अतिथि नहीं थे।

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30 मिनट देरी से शुरू होगी परेड
देश के इतिहास पहली बार परेड तय समय से देरी से शुरू होगी। 75 साल में पहली बार हो रहा है। गणतंत्र दिवस परेड सुबह 10 बजे निर्धारित समय पर शुरू नहीं होगी और 30 मिनट की देरी से होगी। देरी कोविड -19 से संबंधित प्रतिबंधों के कारण होती है। परेड शुरू होने से पहले जम्मू-कश्मीर में जान गंवाने वाले सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।

इस बार नहीं होगी दिल्ली की झांकी
हालांकि इस बार 26 जनवरी की परेड में दिल्ली की झांकी नहीं होगी। बताया जा रहा है कि केंद्रीय चयन समिति ने दिल्ली की झांकी को इस बार परेड में शामिल नहीं किया है। दिल्ली की झांकी को हरी झंडी नहीं मिल पाई है। दिल्ली सरकार के कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से उम्मीदों का शहर दिल्ली विषय पर झांकी की संकल्पना व डिजाइन तैयार किया जा रहा था। इससे पहले साल 2018 और साल 2020 में भी दिल्ली सरकार की झांकी का चयन नहीं हो सका था।

कोलकाता में रेड रोड पर दिखेगी नेताजी की झांकी
गणतंत्र दिवस पर बंगाल की झांकी रिजेक्ट किये जाने के बाद बंगाल सरकार ने नेताजी की झांकी को बंगाल की परेड में शामिल करने का निर्णय किया है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर रेड रोड पर आयोजित होने वाली परेड में नेताजी की झांकी को शामिल किया जाएगा।

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