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Revenge Politics In Andhra Pradesh: आंध्र प्रदेश में राजनीति का सबसे बड़ा दंगल, YSR और NTR के बेटों के खिलाफ उतरी बहनें

YSR And NTR Siblings Revelry In Andhra Pradesh : आंध्र प्रदेश में कम से कम छह पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे 13 मई को विधानसभा और लोकसभा के लिए एक साथ होने वाले चुनाव में अपनी किस्मत आजमाएंगे जबकि दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की बेटियों के भी दौड़ में शामिल होने की संभावना है।

Mar 22, 2024 / 06:10 pm

Anand Mani Tripathi

Lok Sabha Elections 2024 : आंध्रप्रदेश में होने जा रही चुनाव में इस बार बड़ी रोचक जंग देखने को मिलेगी। जहां एक साथ आधा दर्जन से अधिक पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे या फिर बेटी चुनाव लड़ेंगे। आंध्रप्रदेश में 13 मई को होने जा रहे विधानसभा 2024 और लोकसभा 2024 के मैदान में एक साथ छह पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे और बेटियां चुनाव लड़ेंगी।

इस फेहरिस्त में सबसे पहला नाम आता है मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी हैं। वह संयुक्त आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वाईएस राजशेखर रेड्डी के बेटे हैं। वह वाईएसआर परिवार के गृह जिले कडप्पा में पुलिवेंदुला निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ेंगे। पुलिवेंदुला को 1978 से वाईएसआर परिवार का गढ़ माना जाता है। जगन मोहन रेड्डी लगातार तीसरी बार यहां से चुनाव लड़ेंगे।

मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी की बहन और राज्य कांग्रेस प्रमुख वाईएस. शर्मिला के कडप्पा लोकसभा क्षेत्र से मौजूदा सांसद और चचेरे भाई वाईएस अविनाश रेड्डी के खिलाफ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस पार्टी अगर उन्हें टिकट देती है तो वह चुनाव में अपने भाई के खिलाफ ताल ठोंकती नजर आएंगी। कडप्पा भी 1989 से वाईएसआर परिवार का गढ़ रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के संस्थापक एनटी रामा राव के बच्चे भी राजनीति में अपनी किस्मत आजमाएंगे। वाईएसआर की तरह एनटीआर के बच्चे भी अलग पार्टियों के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। एनटीआर के बेटे और अभिनेता एन.बालकृष्ण हिंदूपुर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक के रूप में हैट्रिक की तलाश में हैं। एनटीआर खुद 1985, 1989 और 1994 में हिंदूपुर से चुने गए थे। उनके बड़े बेटे एन. हरिकृष्ण भी 1996 में हुए उपचुनाव में यहां से चुने गए थे।

एनटीआर की बेटी डी. पुरंदेश्वरी, जो राज्य भाजपा की अध्यक्ष हैं। भारतीय जनता पार्टी अगर उन्हें टिकट देती है तो वह लोकसभा चुनाव लड़ती नजर आएंगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री, पुरंदेश्वरी ने आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद 2014 में भाजपा में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ दी थी। टीडीपी और बीजेपी के साथ लोकप्रिय अभिनेता पवन कल्याण की जन सेना पार्टी गठबंधन में चुनाव लड़ रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश फिर से मंगलागिरी विधानसभा सीट से अपनी राजनीतिक किस्मत आजमाएंगे। उन्होंने 2019 में उसी सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे। इससे पहले भास्कर राव 1989 में कांग्रेस के टिकट पर तेनाली से चुने गए थे।

पूर्व मुख्यमंत्री कोटला विजयभास्कर रेड्डी के बेटे कोटला जयसूर्या प्रकाश रेड्डी धोने निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। वह वाईएसआरसीपी के वित्त मंत्री बुग्गना राजेंद्रनाथ रेड्डी से मुकाबला करेंगे। विजया भास्कर रेड्डी 1994 में कांग्रेस के टिकट पर धोने से चुने गए थे। जयसूर्या प्रकाश रेड्डी की पत्नी के. सुजाता रेड्डी भी 2004 में कांग्रेस के टिकट पर निर्वाचन क्षेत्र से चुनी गईं थीं।

पूर्व मुख्यमंत्री एन. जनार्दन रेड्डी के बेटे एन. रामकुमार रेड्डी वाईएसआरसीपी के टिकट पर वेंकटगिरी विधानसभा क्षेत्र से अपने राजनीतिक भाग्य का परीक्षण करेंगे। वह चुनावी शुरुआत कर रहे हैं। जनार्दन रेड्डी ने 1989 में वेंकटगिरी से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उनकी पत्नी एन. राज्यलक्ष्मी भी यहां से 1999 और 2004 में दो बार चुनी गई थीं।

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