उज्जैन के शहीद पार्क में आयोजित ‘आक्रोश सभा’ में चंद्रावत ने केरल के मुख्यमंत्री को हत्या का दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि उस गद्दार को लगता है कि हिंदुओं के खून में शिवाजी का गौरव नहीं है, हिंदुओं के खून में वह जज्बा नहीं है, मैं इस मंच से घोषणा करता हूं कि जो कोई भी केरल के मुख्यमंत्री का सिर काटकर ला देगा। मैं अपना मकान-जायदाद उसके नाम कर दूंगा।
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे लोगों को इस देश में रहने को कोई अधिकार नहीं है और लोकतंत्र की हत्या करने का कोई हक नहीं है। उन्होंने कहा कि भूल गए क्या गोधरा को, 56 मारे गए थे। 2000 कब्रिस्तान में चल गए। इसी हिंदू समाज ने उन्हें अंदर घुसा दिया। वामपंथियों सुन लो…तुमने 300 प्रचारक और कार्यकर्ताओं की हत्या की है, इसके बदले हम भारत माता को 3 लाख नरमुंडों की माला पहनाएंगे।
वहीं, इस बयान के बाद माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने चंद्रावत के इस बयान की निंदा करते हुए कहा कि हम इसकी आलोचना करते हैं। आरएसएस द्वारा एक राज्य के मुख्यमंत्री को धमकी दी जा रही है। इसका साफ तौर से मतलब है कि उनको सरकार की ओर संरक्षण प्राप्त है।
गौरतलब है कि केरल में काफी समय से नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या होती आ रही है। पिछले महीने भाजपा नेता संतोष की हत्या हुई, जो मई 2016 से राज्य में विजयन सरकार बनने के बाद से आठवीं हत्या थी।