उनका कहना कि पूर्व की यूपीए सरकार ने उनके खिलाफ साजिश रची। जिससे की उन्हें खत्म किया जा सके। साथ ही कहा कि उनके खराब सेहत की वजह मुंबई एटीएस की प्रताड़ना है। जमानत से छूटी साध्वी प्रज्ञा ने हाईकोर्ट को ध्यवाद देते हुए कहा कि 9 साल बाद सही लेकिन हाईकोर्ट से मुझे न्याय मिला और मुझे इलाज का मौका। इसके अलावा मेरा केस अभी मुंबई अदालत में चलेगा। और इसलिए मैं इसे लेकर मानसिक तौर पर बंधी हुई हूं।
भगवा आतंकवाद शब्द का प्रोयग करते हुए उन्होंने कहा कि जो गलत कामों से जुड़े होते हैं, उनके लिए भगवा को जुर्म ही लगेगा। उनका सीधा निशाना पूर्व यूपीए सरकार के केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम पर था। उन्होंने चिदंबरम पर निशाना साधते हुए कहा कि भगवा आतंकवाद कांग्रेस का दिया हुआ नाम है। और इसके लिए इन्होंने ने ही कहानी बनाई थी।
गौरतलब है कि मालेगांव में साल 2008 में हुए बम धमाके के मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को जमानत दे दी थी। लेकिन इस मामले में हाईकोर्ट ने कर्नल प्रसाद पुरोहित जमानत देने से इनकार कर दिया था। साथ ही साध्वी प्रज्ञा को 5 लाख रुपए की नीजि मुचलके पर जमानत मिलने के बाद उनका पार्सपोर्ट कोर्ट ने हृढ्ढ्र को सौंपने को कहा था। इसके अलावा ट्रायल कोर्ट में हर तारीख को आने का आदेश दिया था।