सीबीआई अधिकारियों को जांच में यह भी पता चला कि 5 जनवरी को सैफुद्दीन मोल्ला ने अपनी किराने की दुकान से नेटवर्किंग का काम किया था। सीबीआई और सीएपीएफ की एक टीम केंद्रीय एजेंसी की हिरासत में मौजूद दो अन्य आरोपियों को लेकर संदेशखाली पहुंची। सूत्रों ने बताया कि दोनों आरोपियों की नजर सैफुद्दीन मोल्ला की किराना दुकान पर पड़ी। जब केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी दुकान पर पहुंचे तो आरोपी वहीं बैठा था।
कुछ शुरुआती पूछताछ के बाद, सीबीआई अधिकारियों ने उसे हिरासत में ले लिया। हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर उसे गिरफ्तार नहीं दिखाया गया है, लेकिन सीबीआई अधिकारियों ने सेंट्रल कोलकाता में एजेंसी के निज़ाम पैलेस कार्यालय में आगे की पूछताछ के लिए उसे वापस कोलकाता ले जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।