कांग्रेस ने अपने पत्र में कहा है कि गुरमीत राम रहीम को ऐसे वक्त में पैरोल मिली है, जब हरियाणा विधानसभा चुनाव में कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। हरियाणा में उसके फॉलोवर बड़ी संख्या में हैं। ऐसे में इस बात की प्रबल संभावना है कि वो प्रदेश की राजनीति को प्रभावित कर सकता है। बाबा राम रहीम को सशर्त पैरोल मिली है। पैरोल के दौरान वो ना ही किसी प्रकार की राजनीतिक सभा में शिरकत कर सकेगा और ना ही किसी नेता से मिलेगा। उसे दो टूक कह दिया गया है कि अगर वो इन दोनों में से कुछ भी करता हुआ पाया गया, तो उसकी पैरोल रद्द कर दी जाएगी।
राम रहीम कल (बुधवार) जेल से बाहर आ सकता है। वह उत्तर प्रदेश के बागपत के बरवाना आश्रम में रहेगा। गुरमीत को चार साल में 11 बार पैरोल मिल चुकी है। वह रोहतक जिले की सुनारिया जेल में बंद है। 21 दिनों की पैरोल काटकर उसने दो सितंबर को सरेंडर किया था। राम रहीम के बारे में अब कई लोग व्यंग कसते हुए कहते हैं कि उसे सजा नहीं, बल्कि पैरोल मिली है। बता दें कि हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा सीटों पर पांच अक्टूबर को चुनाव होंगे और नतीजों की घोषणा 8 अक्टूबर को होगी।