टाटा ग्रुप वर्तमान में एविएशन सेक्टर में AirAsia India और Vistara की मदद से मौजूद हैं। हालांकि अभी तक ये दो कंपनियां प्रॉफिट मेकिंग नहीं बन पाई हैं। ये दोनों ज्वाइंट वेंचर की कंपनियां हैं और वित्त वर्ष 2020-21 में इनका टोटल लॉस 3200 करोड़ रहा। एअर इंडिया की खरीदने के बाद डोमेस्टिक मार्केट में टाटा ग्रुप एयरलाइन (तीनों कंपनियां) का मार्केट शेयर 25 फीसदी के करीब होगा, इंडिगो इस मामले में मार्केट लीडर है और उसका मार्केट शेयर 57 फीसदी है। एअर इंडिया, विस्तार और एयर एशिया इंडिया के पास कुल 227 एयरक्राफ्ट का फ्लीट है। अकेले इंडिगो के पास 257 विमानों का फ्लीट है। विस्तार के पास ज्यादातर विमानें नैरो बॉडी हैं। हालांकि, एअर इंडिया के फ्लीट में वाइड बॉडी के विमान हैं।
आपको बता दें की एअर इंडिया रेंटल के तौर पर बहुत ज्यादा पैसा खर्च कर रहा था, इसके विमानों का सालों से ठीक से मेंटिनेंस भी नहीं हुआ है। ऐसे में केबिन अपग्रेडेशन, इंजन अपग्रेडेशन समेत कई महत्वपूर्ण बदलाव अब टाटा ग्रुप को करने होंगे।
कोरोना के कारण पूरी दुनिया में एविएशन सेक्टर पर बुरा असर हुआ है। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) की रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में ग्लोबल एविएशन सेक्टर को 138 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था। 2021 में इसे घटकर 52 बिलियन डॉलर रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। वहीं 2022 में यह घटकर 12 बिलियन डॉलर रह जाएगा, कुल मिलाकर इस महामारी के कारण एविएशन सेक्टर को 200 बिलियन डॉलर से ज्यादा का नुकसान होगा। 2023 से इस सेक्टर के प्रॉफिट में आने की पूरी संभावना है।
टाटा ग्रुप के अधिग्रहण पर गौर करें तो यह लिस्ट काफी लंबी है। साल 2000 में Tata Consumer ने TETLEY का अधिग्रहण किया था। वह दुनिया की बड़ी बेवरेज कंपनी थी, लेकिन कोका-कोला और पेप्सिको के सामने नहीं टिक पा रही थी।
सफल अधिग्रहण की लिस्ट:
वहीं, 2001 में टाटा ग्रुप ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज की मदद से पब्लिक सेक्टर की कंपनी CMC का अधिग्रहण किया, 2004 में VSNL (वर्तमान में टाटा कम्युनिकेशन) ने TYCO का अधिग्रहण किया गया। आज टाटा कम्युनिकेशन का सबमरीन केबल इंटरनेट बाजार में मार्केट शेयर 30 फीसदी है। 2008 में टाटा मोटर्स ने JAGUAR LAND ROVER को खरीदा. वर्तमान में यह कंपनी टाटा मोटर्स के लिए सबसे ज्यादा रेवेन्यू जेनरेट करती है।
टाटा ग्रुप सुपर ऐप को लेकर काफी सीरियस है। इसी को लेकर इस साल BIGBASKET में 64 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी गई। इसमें उसका कॉम्पटिशन रिलायंस रिटेल, एमेजॉन और वॉलमार्ट मालिकाना हक वाली फ्लिपकार्ट से है. इस साल कंपनी ने 1MG का भी अधिग्रहण किया है। इस सेगमेंट में उसका मुकाबला रिलायंस मालिकाना हक वाली Netmeds से है।