सीईओ हरित नागपाल ने कहा:
टाटा प्ले के एमडी और सीईओ हरित नागपाल ने के मुताबिक, ‘हमने डीटीएच कंपनी के तौर पर शुरुआत की थी, लेकिन अब हम कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी बन गए हैं। “चूंकि ग्राहकों के एक छोटे से बेस की जरूरतें बदल रही थीं, और वे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर कंटेंट का उपभोग कर रहे थे, हम एक मंच बनाना चाहते थे और उन्हें एक यूनिफाइड एक्सपीरिएंस प्रदान करना चाहते थे। इसलिए, हमने बिंज लॉन्च किया. हम एक ब्रॉडबैंड बिजनेस भी पेश करते हैं।”
टाटा प्ले के एमडी और सीईओ हरित नागपाल ने के मुताबिक, ‘हमने डीटीएच कंपनी के तौर पर शुरुआत की थी, लेकिन अब हम कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी बन गए हैं। “चूंकि ग्राहकों के एक छोटे से बेस की जरूरतें बदल रही थीं, और वे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर कंटेंट का उपभोग कर रहे थे, हम एक मंच बनाना चाहते थे और उन्हें एक यूनिफाइड एक्सपीरिएंस प्रदान करना चाहते थे। इसलिए, हमने बिंज लॉन्च किया. हम एक ब्रॉडबैंड बिजनेस भी पेश करते हैं।”
टाटा स्काई ने 2004 में ऑपरेशन शुरू किया। इसके बाद, फॉक्स और टाटा ग्रुप ने टीएस इन्वेस्टमेंट्स का गठन किया, जिसने टाटा स्काई में 20% हिस्सेदारी हासिल कर ली। इसने फॉक्स को 9.8% की अतिरिक्त अप्रत्यक्ष हिस्सेदारी दी। बाद में, जब मर्डोक ने फॉक्स के एंटरटेनमेंट बिजनेस को वॉल्ट डिजनी कंपनी को बेच दिया, तो टाटा स्काई में हिस्सेदारी भी मिकी माउस कंपनी को ट्रांस्फर कर दी गई।
अगर साधारण तरीके से समझें तो कंपनी नाम बदल कर लोगों को अपनी नई सर्विस के बारे में बताना चाहती है। अगर बात करें कंपनी के कस्टमर की तो मौजूदा समय में कंपनी के 23 मिलियन करेक्शंस है और 19 मिलियन एक्टिव सब्सक्राइबर है।
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टाटा स्काई पर हैं 19 मिलियन एक्टिव सब्सक्राइबर:अगर साधारण तरीके से समझें तो कंपनी नाम बदल कर लोगों को अपनी नई सर्विस के बारे में बताना चाहती है। अगर बात करें कंपनी के कस्टमर की तो मौजूदा समय में कंपनी के 23 मिलियन करेक्शंस है और 19 मिलियन एक्टिव सब्सक्राइबर है।
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