दरअसल युवती ने खुद को विदेशी बताया और युवक से भारत आने के लिए मदद मांगी। उसने कहा कि कस्टम अधिकारियों ने उसे हिरासत में ले लिया और जमानत के लिए पैसों की जरूरत है। युवक ने उस पर भरोसा कर करीब 11 लाख रुपए उसके खाते में जमा करा दिए।
बच्चों को स्कूलों में पढ़ाया ईमानदारी का पाठ और यह शहर बन गया दुनिया में सबसे ज्यादा ईमानदार! इसके बाद महिला ने संपर्क बंद कर दिया। जब युवक को शक हुआ तो उसने पुलिस से शिकायत की और केस दर्ज कराया। पुलिस ने बताया कि इस संबंध में धारा 419 और 420 तथा आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। महिला की पहचान सैंड्रा रॉबिन्सन के रूप में हुई है।
सैंड्रा ने सितंबर 2016 में युवक को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी। इसके बाद दोनों चैट करने लगे। इस दौरान महिला ने बताया कि वह लंदन से है। उसने युवक का मोबाइल नंबर भी ले लिया। फिर दोनों मोबाइल पर बातें करने लगे। पिछले साल दिसंबर में महिला ने कहा कि वह घूमने के लिए भारत आना चाहती है।
कुछ दिनों बाद दिल्ली के एक नंबर से युवक को फोन आया। बातचीत में उस व्यक्ति ने खुद को दिल्ली एयरपोर्ट का कस्टम अधिकारी बताया। उसने कहा कि सैंड्रा नामक महिला को एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया है क्योंकि उसके कुछ दस्तावेज खो गए थे। उसने बताया कि महिला अपने साथ काफी कीमती सामान और जेवरात लेकर आई है। महिला को छोड़ने के लिए उसने जुर्माने के तौर पर पैसों की मांग की।
जब युवक ने सैंड्रा से फोन पर बात की तो वह रोने लगी। इसके बाद युवक ने बताए गए बैंक अकाउंट में 35 हजार रुपए जमा करवा दिए। रकम जमा होने के बाद उसी व्यक्ति का फिर फोन आया और उसने महिला को छोड़ने के लिए दूसरे बैंक खातों में और रकम जमा कराने के लिए कहा। इस तरह युवक ने सैंड्रा की रिहाई के लिए 11 लाख से ज्यादा रुपए जमा करवा दिए।
कभी नहीं खाना चाहिए इन 7 लोगों के घर का अन्न, अन्यथा हो जाएंगे तबाह पैसे जमा होने के बाद जब सैंड्रा ने संपर्क नहीं किया तो युवक को शक हुआ। उसने मामले की तहकीकात के लिए पुलिस की मदद ली।