मिली जानकारी के मुताबिक, हमला रात के लगभग 8 बजकर 30 मिनट के आसपास हुआ है, तो वहीं इस हमले में घायल लोगों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हमले के बाद पूरे इलाके में सुरक्षाबलों ने अलर्ट जारी कर दिया है। और आतंकियों की तलाश जारी है। साथ ही सुरक्षा को देखते हुए जम्मू-श्रीनगर हाईवे को बंद कर दिया गया है।
फिलहाल सुरक्षाबल बस की जांच में जुटे हैं। जिसमें बस के साथ मिले सुरक्षा व्यवस्था की छानबीन की जा रही है। तो वहीं बताया जा रहा है कि बस अमरनाथ यात्रियों के काफिले का हिस्सा नहीं थी और न ही अमरनाथ श्राइन बोर्ड में उसका रजिस्ट्रेशन हुआ था। हमले में 2 लोगों की मौत मौके पर हो गई। जबकि 4 लोगों ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
राज्य की सीएम महबूबा मुफ्ती की सरकार में वरिष्ठ मंत्री नईम अख्तर ने इस आतंकवादी हमले को कश्मीर के इतिहास में काला धब्बा करार दिया है। तो वहीं जम्मू-कश्मीर घाटी में कानून-व्यवस्था के हालात को देखते हुए शनिवार को अमरनाथ यात्रा रोक दी गई थी।
जबकि नेशनल कान्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस हमले की कड़ी से कड़ी निंदा भी कम है। अब्दुल्ला ने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की हालिया सफलता के बाद इस तरह के हमले की आशंका बनी हुई थी।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि इस साल यात्रा के दौरान हम सभी को इसका भय था। आतंकवादियों के खिलाफ हालिया सफलता और बहुत बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती को देखते हुए यह आशंका थी।
गौरतलब है कि आतंकवादी हमले से कुछ ही घंटे पहले जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने दो व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के साथ इलाके में लश्कर-ए-तैयबा के एक गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया था। गिरफ्तार व्यक्तियों में मुजफ्फरनगर वासी संदीप कुमार शर्मा उर्फ आदिल भी शामिल है।