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देश को मिला सबसे युवा राष्ट्रपति, पीएम मोदी से लेकर सोनिया-राहुल, शरद पवार और यशवंत सिन्हा ने यूं दी बधाई

locationजयपुरPublished: Jul 22, 2022 11:16:04 am

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Swatantra Jain

द्रौपदी मुर्मू देश की नई राष्ट्रपति होंगी। पहली बार कोई आदिवासी महिला इस सर्वोच्च पद को सुशोभित करेंगी। आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे देश के लिए यह गौरव का अवसर है कि इस पद पर महिला और आदिवासी वर्ग का एक साथ प्रतिनिधित्व होगा। पद संभालते ही द्रौपदी मुर्मू के नाम के साथ कुछ और रेकॉर्ड जुड़ जाएंगे। वह पहली राष्ट्रपति होंगी, जिनका जन्म देश की आजादी के बाद हुआ है। वह अब तक की सबसे युवा राष्ट्रपति होंगी। यही नहीं, पहली बार ओडिशा से कोई हस्ती राष्ट्रपति बनने जा रही है।

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मुख्य बिंदु

आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर देश की महिलाओं के लिए 15 साल बाद 21 जुलाई का दिन फिर गर्व के पल लेकर आया, जब द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति चुनाव में विजयी रहीं। देश को 2007 में प्रतिभा पाटिल के रूप में पहली महिला राष्ट्रपति मिली थीं। वह भी राष्ट्रपति चुनाव में 21 जुलाई को विजयी घोषित की गई थीं। उन्हें 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई गई थी। वहीं, देश के एक और अपेक्षाकृत वंचित वर्ग के लिए 21 जुलाई का दिन बेहद खुशी का दिन लेकर आया। राष्ट्रपति के लिए द्रौपदी मुर्मू की जीत के ऐलान के बाद उनके गृह राज्य ओडिशा के आदिवासी इलाकों में विशेष रूप से उत्सव जैसा माहौल है। घर-घर दीप जलाकर जश्न मनाया गया। मुर्मू को प्रधान न्यायाधीश एन.वी. रमना 25 जुलाई को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।
देश की सबसे युवा राष्ट्रपति होंगी मुर्मू

द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को शपथ ग्रहण के बाद देश की सबसे युवा राष्ट्रपति बन जाएंगी। देश के सबसे युवा राष्ट्रपति का रेकॉर्ड अब तक नीलम संजीव रेड्डी के नाम है। रेड्डी जब राष्ट्रपति बने थे, उनकी उम्र 64 साल दो महीने 6 दिन थी। मुर्मू की उम्र 25 जुलाई को 64 साल 35 दिन होगी।
2004 में पास नहीं थी गाड़ी

झारखंड की पूर्व राज्यपाल मुर्मू का अब तक का जीवन सादगी और सदाचरण की मिसाल रहा है। मुर्मू 2004 में जब दूसरी बार विधायक बनीं, उनके पास गाड़ी नहीं थी। उनकी जमा पूंजी सिर्फ नौ लाख रुपए थी। उन पर चार लाख रुपए की देनदारी थी। शपथ पत्र के मुताबिक तब उनके पति श्याम चरण के नाम एक स्कूटर और एक स्कॉर्पियो गाड़ी थी। इससे पहले वह चार साल ओडिशा में मंत्री रह चुकी थीं।
पहले क्लर्क, फिर शिक्षक

द्रौपदी मुर्मू ने करियर ओडिशा में क्लर्क की नौकरी से शुरू किया। तब वह सिंचाई और ऊर्जा विभाग में जूनियर सहायक थीं। बाद में उन्होंने रायरंगपुर के श्री अरविंदो इंटिग्रल एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर में मानद शिक्षक के तौर पर पढ़ाया। नौकरी के दिनों में उनकी पहचान मेहनती कर्मचारी के तौर पर थी।
सफल रही भाजपा की रणनीति

राष्ट्रपति चुनाव में अप्रत्याशित रूप से आदिवासी चेहरे पर दांव खेलकर विपक्षी एकता को ध्वस्त करने की भाजपा की रणनीति सफल रही। देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर द्रौपदी मुर्मू की ताजपोशी के लिए दलों की दीवार टूट गई। विपक्ष के 17 सांसदों और 126 विधायकों ने एनडीए प्रत्याशी मुर्मू को जिताने के लिए पार्टी लाइन से परे जाकर क्रॉस वोटिंग की। मुर्मू को केरल से भी एक वोट मिल गया, जहां भाजपा का कोई विधायक नहीं है। हालांकि यशवंत सिन्हा का पलड़ा विपक्ष शासित 7 राज्यों में भारी रहा।
लगभग हर राज्य में टूटी विपक्षी एकता

द्रौपदी मुर्मू को हर राज्य से वोट मिले, जबकि विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का आंध्र प्रदेश, नगालैंड और सिक्किम में खाता ही नहीं खुला। लगभग हर राज्य में विपक्षी एकता टूट गई। असम में विपक्ष को सर्वाधिक झटका लगा। राज्य के 126 विधायकों में से 124 ने मतदान किया था। यहां एनडीए के विधायकों की संख्या 79 है, लेकिन मुर्मू के पक्ष में 104 वोट पड़े। भाजपा नेतृत्व और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा की रणनीति से असम में 25 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। असम में सिन्हा को सिर्फ 20 वोटों से संतोष करना पड़ा। गोवा में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत विपक्षी खेमे में सेंधमारी में सफल रहे। गोवा में एनडीए के पास 25 विधायक हैं, लेकिन द्रौपदी मुर्मू को 28 वोट मिले।
एमपी में भी हुई क्रॉस वोटिंग

मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह ने अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने वाले विपक्ष के विधायकों का आभार जताया। 230 विधायकों वाले मध्य प्रदेश में मुर्मू को 146 और सिन्हा को 79 वोट मिले। यहां 19 विधायकों के क्रॉस वोटिंग की संभावना है। महाराष्ट्र, गुजरात, मेघालय, बिहार व छत्तीसगढ़, हर जगह विपक्षी खेमे में सेंधमारी में भाजपा सफल रही। राजस्थान में मुर्मू को 73 वोट मिलने थे, लेकिन दो अतिरिक्त वोट मिले।
तीसरे राउंड में ही जीत के आंकड़े से आगे निकलीं मुर्मू

देश के 15वें राष्ट्रपति के लिए हुए चुनाव में नया इतिहास लिखा गया। गुरुवार को हुई मतगणना में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू की जीत के साथ देश को पहला आदिवासी राष्ट्रपति मिला। मूर्मू ने विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 947 वोटों और 2,96,626 वोट वैल्यू से हराया। उन्हें 64.03 प्रतिशत, जबकि यशवंत सिन्हा को 35.97 प्रतिशत वोट मिले। द्रौपदी मुर्मू को जीत के लिए जरूरी वोट वैल्यू से 1,48,312 ज्यादा वोट मिले।
मतगणना ढाई घंटे देर से डेढ़ बजे शुरू हुई। पहले राउंड में 763 सांसदों के वोटों की गिनती शुरू हुई। इसमें मूर्मू को 540 और सिन्हा को 208 सांसदों के वोट मिले। एक सांसद की वोट वैल्यू 700 के हिसाब से द्रौपदी मुर्मू को 3,78,000 और सिन्हा को 1,45,600 वोट वैल्यू हासिल हुई। तीसरे राउंड में ही मुर्मू कुल वोट वैल्यू 10,56,980 का 50 प्रतिशत से अधिक 5,28,491 पाकर जीत हासिल करने में सफल रहीं।
आज शाम राष्ट्रपति को विदाई भोज

दिल्ली के होटल अशोका में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के लिए शुक्रवार शाम 5:30 बजे विदाई भोज का आयोजन किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोज की मेजबानी करेंगे। कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को पूरा होगा। उन्होंने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
यशवंत सिन्हा ने यूँ मानी हार और दी बधाई

सिन्हा ने मानी हार विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने अपनी हार स्वीकारते हुए द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि राष्ट्रपति के रूप में वह बिना किसी डर या पक्षपात के संविधान के संरक्षक के रूप में कार्य करेंगी। मैं देशवासियों के साथ उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।’
इतिहास लिखा : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति चुने जाने पर द्रोपदी मुर्मू को यूँ बधाई दी। पीएम ने कहा कि, ‘भारत ने इतिहास लिखा है। जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, पूर्वी भारत के एक सुदूर हिस्से में पैदा हुई एक आदिवासी समुदाय की बेटी को राष्ट्रपति चुना गया है। द्रौपदी मुर्मू को बधाई।’
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राहुल और सोनिया रहे बधाई देने में आगे

देश की 15वीं राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण करने जा रहीं मुर्मू को विपक्षी नेता सोनिया गांधी, शरद पवार, ममता बनर्जी ने भी शुभकामनाएं दी हैं। द्रौपदी मुर्मू की जीत पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी बधाई देते हुए लिखा कि निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी को मैं हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हैं। मैं उनसे जल्द मुलाकात भी करूंगी।
राहुल गांधी ने भी मुर्मू को राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ”द्रौपदी मुर्मू जी को भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने पर बधाई और शुभकामनाएं। राहुल और सोनिया गांधी विपक्षी खेमे की ओर से बधाई देने वाले नेताओं में अव्वल रहे।
पवार ने भी दी बधाई

एनसीपी नेता शरद पवार ने ट्वीट में लिखा, श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को भारत के राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने पर हार्दिक बधाई। राष्ट्रपति के रूप में आपके कार्यकाल की सफलता की कामना करता हूं।’ देश के विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं ने भी द्रौपदी मुर्मू को देश का 15वां राष्ट्रपति निर्वाचित होने पर बधाई दी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान में कहा कि द्रौपदी मुर्मू जी की विजय ‘नए भारत‘ के सर्वसमावेशी व सर्वस्पर्शी स्वरूप के प्रति अपार जन-विश्वास और ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ भाव की जीवंत तस्वीर है।
अखिलेश ने भी दी बधाई
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट करके कहा, ‘‘राष्ट्रपति निर्वाचित होने पर माननीया द्रौपदी मुर्मू जी को अनंत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनायें।’’ बिहार के राज्यपाल फागू चौहान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बधाई दीं। राज्यपाल चौहान ने आशा व्यक्त की कि मुर्मू के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में देश निरंतर आगे बढ़ेगा तथा कमजोर एवं वंचित वर्ग व संघर्षशील लोगों को विकास की एक नई राह मिलेगी। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, राज्यपाल कलराज मिश्र, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी पी जोशी व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित तमाम नेताओं ने भी बधाई दी। राज्यपाल मिश्र ने मुर्मू को फोन करके व्यक्तिगत बधाई और शुभकामनाएं दीं।
पंजाब के सीएम की ओर से यूं आई बधाई

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट किया, ‘‘माननीया द्रौपदी मुर्मू को देश की 15वीं राष्ट्रपति निर्वाचित होने पर बहुत-बहुत बधाई।’’ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट किया, ‘‘नारी-शिक्षा, शौर्य, सशक्तिकरण और जनजातीय स्वाभिमान का प्रतीक बन चुकीं द्रौपदी मुर्मू जी का राष्ट्रपति भवन में पहुंचना भारत के जीवंत लोकतंत्र का अनुपम उदाहरण है। देश के 15 वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने पर आदरणीय द्रौपदी मुर्मू जी का हृदय की गहराईयों से अभिनंदन।’’
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुर्मू को बधाई देते हुए कहा, ‘‘शीर्ष संवैधानिक पद के लिए आपका चुनाव महिला सशक्तिकरण और स्वस्थ लोकतंत्र की दिशा में एक सुनहरे अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है।’’
झारखंड से आया जोहार

जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि मुर्मू की जीत देश के लिए गर्व का क्षण और ऐतिहासिक दिन है। झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने बधाई संदेश में कहा कि आपके राष्ट्रपति निर्वाचित होने पर झारखंड में विशेष उत्साह का माहौल है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बधाई में कहा, ‘‘भगवान बिरसा मुंडा और अमर शहीद सिद्धू-कान्हू की वीर भूमि तथा समस्त झारखंडवासियों की ओर से आपको जोहार।’’
आज शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों में भी देश की नई राष्ट्रपति मुर्मू को बधाई दी जाएगी।

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