नवजोत सिंह सिद्धू
अमृतसर ईस्ट विधानसभा सीट पर सबसे बड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। यहाँ कांग्रेस से नवजोत सिंह सिद्धू मैदान में हैं जिनके खिलाफ अकाली दल के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया खड़े हैं।
भाजपा और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में सफल हुए हैं।
भाजपा ने इस सीट से पूर्व IAS अधिकारी जगमोहन सिंह राजू और आम आदमी पार्टी ने जीवनजोत कौर को मैदान में उतारा है। सिद्धू अपनी सीट के अलावा किसी और सीट पर चुनाव प्रचार के लिए नहीं जा सकें जबकि उनकी मांग अन्य सीटों पर भी हो रही है। सिद्धू ने चुनाव प्रचार में अपनी पत्नी और बेटी को भी मैदान में हैं।
अमृतसर ईस्ट विधानसभा सीट पर सबसे बड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। यहाँ कांग्रेस से नवजोत सिंह सिद्धू मैदान में हैं जिनके खिलाफ अकाली दल के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया खड़े हैं।
भाजपा और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में सफल हुए हैं।
भाजपा ने इस सीट से पूर्व IAS अधिकारी जगमोहन सिंह राजू और आम आदमी पार्टी ने जीवनजोत कौर को मैदान में उतारा है। सिद्धू अपनी सीट के अलावा किसी और सीट पर चुनाव प्रचार के लिए नहीं जा सकें जबकि उनकी मांग अन्य सीटों पर भी हो रही है। सिद्धू ने चुनाव प्रचार में अपनी पत्नी और बेटी को भी मैदान में हैं।
चरणजीत सिंह चन्नी
पंजाब के मुख्यमंत्री व पार्टी के सीएम उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी दो विधानसभा सीटों से चुनाव मैदान में उतरे हैं। चमकौर विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रह चुके चन्नी इस बार यहाँ से त्रिकोणिय मुकाबले में फंसे हैं। उनके लिए मुश्किलें इसलिए और बढ़ गई है क्योंकि लोग उनसे सीएम रहते हुए 111 दिन के कार्य के बजाय 15 साल के काम का हिसाब मांग रहे हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री व पार्टी के सीएम उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी दो विधानसभा सीटों से चुनाव मैदान में उतरे हैं। चमकौर विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रह चुके चन्नी इस बार यहाँ से त्रिकोणिय मुकाबले में फंसे हैं। उनके लिए मुश्किलें इसलिए और बढ़ गई है क्योंकि लोग उनसे सीएम रहते हुए 111 दिन के कार्य के बजाय 15 साल के काम का हिसाब मांग रहे हैं।
इस विधानसभा सीट पर चन्नी के खिलाफ आम आदमी पार्टी के डा. चरणजीत सिंह और भाजपा प्रत्याशी दर्शन सिंह शिवजोत भी कड़ी टक्कर दे रहे हैं। सुखबीर सिंह बादल
पंजाब की सबसे हाट सीटों में से एक जलालाबाद सीट को लेकर भी काफी चर्चा है। यहां से शिअद प्रधान व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल मैदान में हैं। वो SAD के मुख्यमंत्री उम्मीदवार भी हैं। वर्ष 2017 में सुखबीर बादल ने इस सीट से जीत दर्ज की थी, लेकिन बाद में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने यह सीट छोड़ दी थी।
पंजाब की सबसे हाट सीटों में से एक जलालाबाद सीट को लेकर भी काफी चर्चा है। यहां से शिअद प्रधान व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल मैदान में हैं। वो SAD के मुख्यमंत्री उम्मीदवार भी हैं। वर्ष 2017 में सुखबीर बादल ने इस सीट से जीत दर्ज की थी, लेकिन बाद में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने यह सीट छोड़ दी थी।
इस सीट से भाजपा ने अकाली दल छोड़कर आए चंद मुजैदिया को मैदान में उतार है। वो पहली बार इस सीट से चुनाव लड़ेंगे। वहीं आम आदमी पार्टी ने इस सीट से गोल्डी कंबोज को मैदान में उतारा है। हालांकि, इस सीट से सबसे मजबूत स्थिति में बादल ही नजर आ रहे हैं। अभी तक उन्हें इस सीट से कोई हरा नहीं पाया है।
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भगवंत मानधूरी विधानसभा सीट भी इस बार हाट सीट बनी हुई है। इस सीट से आप के सीएम उम्मीदवार भगवंत मान चुनाव लड़ रहे हैं। मान के खिलाफ शिअद ने अपने संगरूर से पूर्व विधायक प्रकाश चंद गर्ग को, संयुक्त समाज मोर्चा के सरबजीत अलाल को व भाजपा ने रणदीप देओल मैदान में उतारा है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह
पटियाला सीट भी इस बार चर्चा में हैं क्योंकि इस बार कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस से अलग होकर चुनावी मैदान में है। इस बार उनके सामने तीन प्रत्याशी उतर रहे हैं जो पहली बार इस सीट से मैदान में। इस सीट से दो बार अमरिंदर सिंह चुनाव जीत चुके हैं। ये उनकी पारंपरिक सीट है।
इस बार उनके लिए ये सीट प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है। उनके साथ आम जनता की सहानुभूति भी है और भाजपा का साथ भी इसलिए उनकी स्थिति को मजबूत बताया जा रहा है।
इस सीट से आम आदमी पार्टी ने इस सीट से शिअद छोड़ने का साथ छोड़ने वाले अजीतपाल कोहली को टिकट दिया है। कांग्रेस ने इस बार इस सीट से विष्णु शर्मा, अकाली दल ने हरपाल जुनेजा को टिकट दिया है।
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