खास बात यह है कि इसमें जैश-ए-मोहम्मद ( Jaish E Mohammad )का सरगना यासिर भी मारा गया है। यासिर को आईईडी बनाने का माहिल माना जाता था। सेना की इस कार्रवाई से निश्चित रूप से जैश की कमर टूट गई होगी।
यह भी पढ़ेंः
Delhi Crime: एक घर में दो बच्चों समेत मिले चार लोगों के शव, इलाके में दहशत का माहौल पुलवामा जिले में बुधवार को सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। यहां सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान के दो आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया है। पहला आतंकी जैश का कमांडर यासिर है जबकि दूसरे आतंकवादी की पहचान फुरकान के रूप में हुई है।
फुरकान भी लंबे समय से इलाके में सक्रिय था। सेना को इस आतंकी की तलाश भी थी। नागरिकों की हत्या से लेकर अन्य साजिशों में इसका बड़ा हाथ माना जाता है। सुरक्षाबलों को राजपोरा में आतंकियों छिपे होने की सूचना मंगलवार देर रात मिली थी। इसके बाद सेना के जवानों ने तुरंत इस इलाके की तलाशी शुरू कर दी।
सुरक्षा घेरा कड़ा होने के बाद आतंकियों ने खुदको घिरा हुआ पाकर जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद इलाके में मुठभेड़ शुरू हो गई। सुरक्षाबलों ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी उचित प्रबंध कर लिए थे। दरअसल, एजेंसियों को राजपोरा इलाके में एक मकान में आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस-सीआरपीएफ और सेना ने संयुक्त टीम बनाकर इलाके में छापा मारा।
नवंबर में पांच एनकाउंटर
घाटी में नवंबर के महीने में पांच बड़े एनकाउंटर हुए। इन मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों ने 12 आतंकियों को मार गिराया था। इस दौरान 11 नवंबर को कुलगाम में टीआरएफ के दो, 15 नवंबर को श्रीनगर के हैदरपोरा में दो,17 नवंबर को कुलगाम में एक टीआरएफ कमांडर समेत पांच व श्रीनगर के रामबाग में तीन आतंकी मारे गए हैं।
यह भी पढ़ेँः
Omicron Variant: सामने आई ओमीक्रोन वैरिएंट की पहली तस्वीर, इंसान की तरह खुद का रूप बदलने में माहिर बता दें कि घाटी में सेना ऑपरेशन ऑलआउट लगातार जारी है। इस वर्ष में अब तक सेना के जवानों कुल 148 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया है।
इनमें विभिन्न संगठनों के कई कमांडर भी हैं। लश्कर, जैश, हिजबुल, टीआरएफ समेत सभी संगठनों को भारी नुकसान पहुंचा है।