एक समाचार एजेंसी ने मामले की जांच में जुटी एनआईए टीम के सू्त्रों से बात कर इसकी जानकारी दी। बताया गया कि गौस मोहम्मद 2014 में पाकिस्तान गया था। जांच एजेंसियों को पता चला है कि कन्हैया लाल की हत्या करने वाला गौस मोहम्मद आतंकी ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान गया था और स्लीपर सेल के तौर पर भारत में रह रहा था। वह अलग-अलग नंबरों के जरिए पाकिस्तान स्थित हैंडलर के संपर्क में था।
BIG: Islamist radical murderer Ghous Mohammad of Udaipur killing case had visited Pakistan in 2014, was in touch with Barelvi Islamist group. Agencies probing how he was radicalised and who was behind him as a handler in Pakistan. #KanhaiyaLal had 26 knife wounds on his body.
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) June 29, 2022
मामले की जांच में शामिल टीमसे जुड़े एक सूत्र के हवाले से एजेंसी ने बताया कि इस केस में पाकिस्तान स्थित एजेंसियों की भूमिका सामने आई है। हम उसके सभी नंबरों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड की जांच करेंगे। उसके सभी सोशल मीडिया प्रोफाइल को स्कैन किया जाएगा। हम दूसरों की भूमिका भी स्थापित करने की कोशिश करेंगे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस शख्स की हत्या की साजिश 10 दिन पहले बनाई गई थी।
तालिबानी शैली में की गई थी कन्हैया लाल की हत्या-
बता दें कि मंगलवार को उदयपुर की भीड़-भाड़ वाली सड़क से दिनदहाड़े की गई एक भीषण हत्या ने लेक सिटी में तनाव का माहौल है। हत्यारों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें पीड़ित को सोशल मीडिया पोस्ट डालने के लिए सबक सिखाने का दावा किया गया था। पुलिस के अनुसार, पेशे से दर्जी पीड़ित पर धारदार हथियार से हमला किया गया था। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसे तालिबान शैली की हत्या बताया जा रहा है।
राजसमंद से गिरफ्तार हुए थे दोनों आरोपी-
वायरल वीडियो में, दो आरोपियों में से एक को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मैं वीडियो को तब वायरल कर दूंगा जब मैं उस आरोपी को सबक सिखाने का अपना लक्ष्य पूरा कर लूंगा जिसने हमारे पैगंबर का अनादर किया है। बताते चले कि पुलिस ने मंगलवार को ही दोनों आरोपियों गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार को राजसमंद से गिरफ्तार कर लिया था। इनके अलावा तीन अन्य को भी पुलिस ने पकड़ लिया है।