बोरिस जॉनसन (UK PM Boris johnson) आज भारत की अपनी दो दिवसीय यात्रा के पहले पड़ाव में अहमदाबाद पहुंचे हैं। ब्रिटिश पीएम के लिए एक मेगा रोड शो का आयोजन किया गया था। उनके काफिले का स्वागत ढोल, बांसुरी और तालियों की गड़गड़ाहट से किया गया। गाड़ी में बैठे जॉनसन ने हाथ हिलाकर भीड़ का अभिवादन किया। आज गुजरात में बैठक करने के बाद ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन शाम में दिल्ली के लिए निकल जाएंगे। जहां 22 अप्रैल को वे पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे। जॉनसन ने काफी सोच-समझकर भारत के पांचवें सबसे बड़े राज्य गुजरात को चुना है।
खुद गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मौजूद रहे ब्रिटिश पीएम का स्वागत करने के लिए
जयपुर। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (UK PM Boris johnson) दो दिवसीय यात्रा पर भारत के गुजरात पहुंचे चुके हैं। वह सीधे अहमदाबाद पहुंचे हैं। जॉनसन यहां निवेशकों के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद 22 अप्रैल यानी कल दिल्ली में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक करेंगे। इस यात्रा से जुड़े सूत्रों ने कहा कि बातचीत के दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर चर्चा होगी। ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन आज सुबह ही दो दिवसीय दौरे पर अहमदाबाद पहुंचे हैं। जॉनसन यहां बुलडोजर प्लांट का उद्घाटन करेंगे। जॉनसन अपने भारत दौरे की शुरुआत बुलडोजर के प्लांट के उद्घाटन से करने वाले हैं। वो वडोदरा के हलोल में बुलडोजर बनाने वाली यूनिट का उद्घाटन करेंगे। वह गुजरात से अपने दौरे की शुरुआत करेंगे। ऐसे समय में जबकि भारतीय राजनीति में बुलडोजर का शोर सुनाई दे रहा है, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन आज अपने भारत दौरे की शुरुआत भी बुलडोजर के प्लांट के उद्घाटन से करने वाले हैं। बोरिस जॉनसन गुजरात के वडोदरा के हलोल में बुलडोजर बनाने वाली यूनिट का उद्घाटन करेंगे। ये यूनिट बुलडोज़र समेत कंस्ट्रक्शन क्षेत्र के दूसरे उपकरण बनाने वाली कंपनी जेसीबी का है। आम तौर पर निर्माण क्षेत्र में काम आने वाली इस मशीन के बारे में इन दिनों चर्चा किसी बड़ी कंस्ट्रक्शन परियोजना को लेकर नहीं बल्कि राजनीतिक कार्य में इसके इस्तेमाल पर अधिक हो रही है।
ब्रिटिश मूल की कंपनी जेसीबी का ये भारत में होगा छठा प्लांट गुजरात में चुनावी साल में ये बड़ी सौगात होगी। ब्रिटिश पीएम के हाथों उत्पादन इकाई के उदघाटन के मायने भी हैं। ब्रिटिश मूल की कंपनी जेसीबी का भारत में ये छठा प्लांट है। इस प्लांट को बनाने में करीब 650 करोड़ रुपये की लागत आई है। भारत में बीते 40 सालों से अधिक वक़्त से मौजूद ब्रिटिश मूल की कंपनी जेसीबी अपनी छठी उत्पादन इकाई का उद्घाटन करेगी। करीब 650 करोड़ रुपये की लागत से इस प्लांट को गुजरात के हलोल में स्थापित किया गया है। गुरुवार सुबह अहमदाबाद पहुंच रहे बोरिस जॉनसन दोपहर करीब साढ़े 12 बजे हलोल में जेसीबी प्लांट का दौरा करेंगे। कंपनी के अनुसार भारत में बीते तीन सालों के दौरान बुलडोज़र समेत उसके उपकरणों की बिक्री में खासी बढ़ोतरी हुई है।
भारत से होगा जेसीबी का निर्यात इंडियन कंस्ट्रक्शन इक्यूपमेंट मैन्यूफैक्चरर एसोसिएशन के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2020 के दौरान भारत में हुई 65000 निर्माण उपकरणों की बिक्री में जेसीबी की हिस्सेदारी 50 फीसदी से भी अधिक थी। इंग्लैंड के रोसेस्टर से शुरू हुई जेसीबी कंपनी की कमान इन दिनों एंथोनी ममफोर्ड के हाथ में है जिनके पिता जोसेफ सिरिल ममफोर्ड ने इसकी स्थापना की थी और उनके नामाक्षरों से ही जेसीबी का ब्रांड नेम बनाया गया। एंथोनी बमफोर्ड ने कुछ साल पहले न केवल पीएम मोदी से भी मुलाक़ात की थी बल्कि भारत में कारोबारी सहुलियतों में आए सुधारों पर तारीफ वाले बयान भी देते रहे हैं। गुजरात में बन रहे नए प्लांट के सहारे दुनिया में निर्माण क्षेत्र उपकरण बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी जेसीबी की योजना भारत में स्थापित नई यूनिट के सहारे निर्यात को बढ़ाने की है। जेसीबी ने भारत के बाज़ार में 1979 में प्रवेश किया था और तब से अब तक निर्माण क्षेत्र में काम आने वाले उसके उपकरण ख़ासे प्रचलित हैं। जॉनसन मुंबई में कई कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे।
ब्रिटिश पीएम करेंगे साबरमती आश्रम का भी दौरा, 22 को पीएम मोदी से मुलाकात ब्रिटिश पीएम जॉनसन आज गुजरात में साबरमती आश्रम का दौरा भी करेंगे और फिर गांधीनगर में अक्षरधाम मंदिर में भी जाएंगे। इसके बाद वो 22 अप्रैल को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। बोरिस जॉनसन और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच राजनियक मसलों के अलावा रणनीतिक रक्षा और आर्थिक साझेदारी को लेकर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
औपनिवेशिक युग के नरसंहार के लिए माफी मांगने का दबाव ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन औपनिवेशिक युग के नरसंहार के लिए माफी मांगने के दबाव का सामना कर सकते हैं। दरअसल बोरिस सबसे पहले गुजरात पहुंचे हैं, जहां 100 साल पहले शाही शासन के विरोध में 1,200 लोग मारे गए थे। पिछले महीने पाल-दाधव नरसंहार को एक शताब्दी पूरी हुई थी।
सोच-समझकर किया गुजरात आने का निर्णय क्योंकि यह ब्रिटेन में बड़ी संख्या में रहने वाले ब्रिटिश-भारतीय आबादी का पैतृक घर होने के कारण भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ है। जॉनसन ने काफी सोच-समझकर भारत के पांचवें सबसे बड़े राज्य गुजरात को चुना है, क्योंकि यह ब्रिटेन में बड़ी संख्या में रहने वाले ब्रिटिश-भारतीय आबादी का पैतृक घर होने के कारण भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ है। यह पहली बार है जब ब्रिटेन के कोई प्रधानमंत्री भारत के पांचवें सबसे बड़े राज्य गुजरात का दौरा कर रहे हैं। यात्रा के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री जेसीबी के कारखाने के साथ राज्य में एक विश्वविद्यालय का भी दौरा करेंगे। इसके अलावा वे व्यापारिक समूह के नेताओं के साथ मुलाकात करेंगे। इस दौरान वह ब्रिटेन और भारत के फलते-फूलते वाणिज्यिक, व्यापार और लोगों के संबंधों पर चर्चा करेंगे। बता दें, एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करने के लिए खुद गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मौजूद थे। ब्रिटिश पीएम के लिए एक मेगा रोड शो का आयोजन किया गया उनके काफिले का स्वागत ढोल, बांसुरी और तालियों की गड़गड़ाहट से किया गया। गाड़ी में बैठे जॉनसन ने हाथ हिलाकर भीड़ का अभिवादन किया।