script

‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के तहत भारत-पाकिस्तान सीमावर्ती 30 गांवों के विकास के लिए शुरू हुई अनूठी पहल

Published: Aug 14, 2022 12:33:15 pm

‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के तहत फाजिल्का जिला प्रशासन ने भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास के 30 गांवों के विकास के लिए अनूठी पहल शुरू की है। इस पहल की सराहना करते हुए फाजिल्का विधायक नरिंदरपाल सिंह सावना ने कहा कि इस पहल से सीमा क्षेत्र के निवासियों की समस्याओं को हल करने में मदद मिलेगी।

unique-initiative-started-for-the-development-of-30-villages-along-india-pakistan-border-under-azadi-ke-amrit-mahotsav.jpg

Unique initiative started for the development of 30 villages along India-Pakistan border under ‘Azadi Ke Amrit Mahotsav’

भारत आजादी के 75 साल पूरे होने की खुशी पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहा है। इसके लिए देशभर में कई कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जा रहा है। इसी योजना के तहत फाजिल्का जिला प्रशासन ने ‘मिशन आबाद 30’ के नाम से योजना शुरू की है। इस योजना के बारे में बताते हुए डीसी हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि इसके तहत व्यापक बुनियादी ढांचे, सामाजिक व आर्थिक विकास और लाभार्थी योजनाओं से संबंधित सभी सुविधाएं घर-घर उपलब्ध कराई जाने की योजना है।
इसके साथ ही डीसी हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि जलालाबाद और फाजिल्का विधानसभा क्षेत्रों के ढांडी कदीम, चक वाजिदा, हस्तान कलां और महतम नगर गांवों में मिशन आबाद 30 के तहत विशेष शिविर आयोजित किए गए हैं, जिसको लेकर लोगों की ओर से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। सैकड़ों लोग इन शिविरों इन शिविरों में आए हैं। इसके बाद अब आने वाले समय में सभी 30 सीमावर्ती गांवों में ‘मिशन आबाद 30’ योजना के तहत शिविर आयोजित किए जाएंगे।

‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के तहत शुरू की गई ‘मिशन आबाद 30’ योजना के शिविर में फाजिल्का विधायक नरिंदरपाल सिंह सावना भी शामिल हुए। इस पहल की सराहना करते हुए फाजिल्का विधायक नरिंदरपाल सिंह सावना ने कहा कि इस पहल से सीमा क्षेत्र के निवासियों की समस्याओं को हल करने में मदद मिलेगी, जिसके जरिए इन गांवों का विकास हो सकेगा। इन शिविरों में प्रदान की जाने वाली सेवाओं में जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, ग्रामीण क्षेत्र प्रमाण पत्र, सीमा क्षेत्र प्रमाण पत्र, ग्रामीण विकास विभाग से संबंधित कार्य, मनरेगा सहित कई अन्य सेवाएं शामिल हैं।

‘मिशन आबाद 30’ के तहत आयोजित इस शिविर में सुरक्षा बल के जवानों ने सीमा पार से आने वाले ड्रोन के खतरों को लेकर जानकारी दी। इसके साथ ही जवानों ने युवाओं को जानरूक करते हुए ऐसे किसी भी ड्रोन के बारे में सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी देने के लिए कहा। इसके अलावा युवाओं को सुरक्षा बल के जवानों ने सेना भर्ती को लेकर भी जानकारी दी और जानरूक किया।
 

ट्रेंडिंग वीडियो