इसके साथ ही उपेंद्र कुशवाहा ने चिंता जाहिए करते हुए कहा कि अगर जदयू बिखर गया तो उन जिनके अरमान इस साथ जुड़े हुए हैं और जिन्होंने बड़े बड़े कष्ट सहकर व अपनी कुर्बानी देकर इसके निर्माण में अपना योगदान किया है।
राजनीतिक शुन्यता की बन रही स्थिति
उपेंद्र कुशवाहा ने राजद (RJD) के साथ विलय की डीक का जिक्र करते हुए लेटर के माध्यम से कहा कि “JDU का राजद के साथ विजय की चर्चा ने न सिर्फ पार्टी के निष्ठावान नेताओं कार्यकर्ताओं बल्कि आम जन मानस को भी झकशोर पर रखा दिया है। ऐसी परिस्थिति में हम सबके समक्ष राजनीतिक शुन्यता की स्थिति बनती जा रही है। आज आवश्यकता इस बात की आ गई है कि हम सब मिलकर उता विषय पर विमर्श करें।”
JDU की रक्षा के लिए कर रहा काम
न्यूज एजेंसी से बात करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि “मैं इतने लंबे समय से JDU की रक्षा के लिए काम कर रहा हूं, लेकिन सीएम नीतीश कुमार इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं और इसलिए मैंने पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक बुलाई है ताकि हम इस पार्टी को बचाने का हल ढूंढ सकें।” इसके साथ ही बीजेपी में शामिल होने के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि “जो मेरे बीजेपी में शामिल होने की अफवाह फैला रहे हैं, उनके पास मेरे सवालों के जवाब नहीं हैं। मुझे बीजेपी में क्यों शामिल होना चाहिए? मैं JDU की रक्षा करने की कोशिश कर रहा हूं।”