महंगाई से बाजार आशंकित जानकारों का कहना है कि लगातार बढ़ती कीमतों के कारण मांग पर असर देखा जा रहा है जिसका असर रिटेलर कंपनियों के शेयर पर पड़ा है। इसी वजह से अमरीकी शेयर बाजार अपने निचले लेवल तक आ गया। अमरीकी कंपनी टारगेट कॉर्प्स का पहली तिमाही का मुनाफा घटकर आधा हो गया है। ईंधन के दाम बढ़ने और माल ढुलाई का खर्च बढ़ने के कारण कंपनी ने मार्जिन पर तगड़े चोट की चेतावनी दी है। कंपनी के शेयर 18 मई को 25.2% गिर गए।
19 अक्टूबर 1987 के ब्लैक मंडे के बाद इसके शेयरों में सबसे बड़ी गिरावट आई है। एक दिन पहले रिटेलर कंपनी वॉलमार्ट ने भी कमजोर नतीजे जारी किए थे। एस एंड पी रिटेल ईटीएफ में 8.2% की गिरावट आई है। आखिरी अपडेट तक सभी 11 बड़े एसएंडपी सेक्टर्स में गिरावट आई है। आखिरी अपडेट तक कंज्यूमर शेयरों में 5.7% और टेक शेयरों में 3.5% की गिरावट आ चुकी थी।
19 अक्टूबर 1987 के ब्लैक मंडे के बाद इसके शेयरों में सबसे बड़ी गिरावट आई है। एक दिन पहले रिटेलर कंपनी वॉलमार्ट ने भी कमजोर नतीजे जारी किए थे। एस एंड पी रिटेल ईटीएफ में 8.2% की गिरावट आई है। आखिरी अपडेट तक सभी 11 बड़े एसएंडपी सेक्टर्स में गिरावट आई है। आखिरी अपडेट तक कंज्यूमर शेयरों में 5.7% और टेक शेयरों में 3.5% की गिरावट आ चुकी थी।
विशेषज्ञ जता रहे हैं मंदी की आशंका बता दें, लगातार बढ़ती महंगाई, रूस-यूक्रेन युद्ध, लंबे समय से सप्लाई चेन में दिक्कत, कोरोनावायरस संक्रमण के कारण चीन में लॉकडाउन, केंद्रीय बैंकों के रेट बढ़ाने के आसार के साथ आर्थिक मंदी की चिंताओं का असर शेयर बाजार पर पड़ा है। अमरीका के वेल्स फ़ार्गो इन्वेस्टमेंट इंस्टीट्यूट द्वारा बुधवार को आर्थिक आंकड़ों के आधार पर 2022 के अंत और 2023 की शुरुआत में अमरीका में एक हल्की मंदी की आशंका को देखते हुए अपनी आर्थिक अपेक्षाओं को समायोजित करने की खबर है। अमरीका और दुनिया के सबसे अमीर इंसान एलन मस्क भी इसको लेकर चेतावनी दे चुके हैं। हालांकि मस्क ने यह भी कहा कि मंदी आवश्यक रूप से बुरी चीज नहीं है।

2022 में Nasdaq 26% से ज्यादा गिरा बता दें, फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जीरोम पॉवेल ने मंगलवार को फिर यह कहा है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक महंगाई पर काबू पाने के लिए उतना ही रेट बढ़ाएगा जितनी जरूरत होगी। ट्रेडर्स जून और जुलाई में 50 बेसिस अंक रेट में बढ़ोत्तरी का अनुमान लगा रहे हैं। बता दें भारत समेत अमरीकी शेयर बाजार में लगातार गिरावट का दौर है। 2022 में S&P 500 अब तक 16.8% गिर चुका है। वहीं Nasdaq 26% से ज्यादा गिर चुका है।