हम तय कर सकते हैं वैश्विक एजेंडा पीएम मोदी ने कहाकि, 20वीं शताब्दी में विकसित देश वैश्विक अर्थव्यवस्था के चालक थे और इनमें से अधिकांश अर्थव्यवस्थाएं आज धीमी हो रही हैं। 21वीं सदी में वैश्विक विकास वैश्विक दक्षिण के देशों से होगा और अगर हम साथ मिलकर काम करें तो हम वैश्विक एजेंडा तय कर सकते हैं।
वैश्विक मुद्दों को हल करने में अंतरराष्ट्रीय संगठनों की बड़ी भूमिका पीएम मोदी ने कहाकि, वैश्विक मुद्दों को हल करने में संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों की बड़ी भूमिका है। हमें इनमें सुधार और प्रगति को शामिल करना चाहिए।
आपकी प्राथमिकताएं भारत की प्राथमिकताएं पीएम मोदी ने कहाकि, हमने विदेशी शासन के खिलाफ लड़ाई में एक-दूसरे का समर्थन किया और हम इस सदी में फिर से एक नई विश्व व्यवस्था बनाने के लिए ऐसा कर सकते हैं जो हमारे नागरिकों के कल्याण को सुनिश्चित करेगी। आपकी आवाज भारत की आवाज है और आपकी प्राथमिकताएं भारत की प्राथमिकताएं हैं।
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जोशीमठ का मौसम बदला, बारिश हुई तो बढ़ेगा खतरा प्रशासन चिंतित, अमित शाह ने बुलाई उच्चस्तरीय बैठक चुनौतियां हमारी बनाई नहीं पर सबसे अधिक प्रभावित हैं हम पीएम मोदी ने कहाकि, हमने एक और कठिन वर्ष को पीछे छोड़ दिया जो युद्ध, संघर्ष, आतंकवाद और भू-राजनीतिक तनाव, बढ़ती खाद्य उर्वरक और ईंधन की कीमतों को दर्शाता है। अधिकांश वैश्विक चुनौतियां ग्लोबल साउथ द्वारा नहीं बनाई गई हैं, लेकिन वे हमें अधिक प्रभावित करती हैं।
विकासशील देशों के लिए मानव-केंद्रित विकास महत्वपूर्ण प्राथमिकता पीएम मोदी ने कहाकि, आपके शब्द से ये स्पष्ट होता है कि विकासशील देशों के लिए मानव-केंद्रित विकास एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता है। आज के हस्तक्षेपों ने उन आम चुनौतियों को भी, सामने लाया जो हमारे दिमाग में सबसे ऊपर हैं।
आपके स्टेटमेंट के लिए आपका धन्यवाद वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट में अपनी समापन टिप्पणी साझा करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि, आपके स्टेटमेंट के लिए मैं आपका धन्यवाद करता हूं और आपका अवलोकन वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट के अगले 8वें सत्र का मार्गदर्शन करेगा।