बैंक मैनेजर का इस बारे में कहना है कि सुरक्षा कारणों से वे एटीएम के भीतर कोयला या लकडिय़ां तो नहीं जला सकते, इसलिए एटीएम केबिन को गर्म रखने के लिए बिजली पर ही निर्भर रहना पड़ता है। अगर बिजली न हो तो मशीन का काम कर पाना बिल्कुल ही मुमकिन नहीं है और तो और हिमाचल में मनाली से करीब 126 किलोमीटर की दूरी में स्थित कायलॉग में तो दिन के समय का तापमान भी माइनस 5 से 10 के बीच रहता है। यहां के एक बैंक मैनेजर बताते हैं कि इतने कम तापमान में तो एटीएम को चलाना पूरी तरह से मुश्किल हो जाता है। कई बार तो एटीएम के दरवाजे बर्फबारी के कारण बंद हो जाते हैं। खैर अब ठंड ही इतना है कि बेज़ान चीजें भी इसके असर से प्रभावित हो रही है।