अजित डोभाल ने न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा, "यहां तक कि भारत और चीन के बीच सीमा वार्ता जारी है। चीन के साथ लंबे समय से क्षेत्रीय विवाद है लेकिन हमारे इरादे स्पष्ट हैं, भारत चीन द्वारा किसी भी अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं करेगा।"
जब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से पूछा गया कि क्या चीन ने भारत के संबंध में अपनी विस्तारवादी नीति को रोक दिया है? तो इसपर उन्होंने कहा,"वर्ष 2020 में गलवान में हुए संघर्ष के बाद भी हमने सीमा विवाद को हल करने के लिए कई दौर की सैन्य और कूटनीतिक वार्ता की। फिर भी कुछ बिंदुओं पर दोनों पक्षों की तरफ से सहमति नहीं बनी है और उसपर गतिरोध जारी है। हमारे प्रयास जारी रहेंगे और हम अपनी सीमा की रक्षा करने में सक्षम हैं।"
अग्निपथ पर बोले NSA अजित डोभाल, भविष्य की तैयारी के लिए है जरूरी, वापसी का सवाल नहीं!
पाकिस्तान को भी सख्त संदेश#WATCH हमारा चीन के साथ सीमा क्षेत्र को लेकर विवाद बहुत समय से है। चीन को स्पष्ट है कि हम किसी भी तरह का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेंगे।चर्चा से समाधान की कोशिश लगातार जारी है। हम ये भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि पूरी तरह अपनी सीमा की सुरक्षा करें: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल pic.twitter.com/5mZzyV0nLJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 21, 2022
इस दौरान उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंध चाहते हैं, लेकिन आतंकवाद को लेकर आज भी कोई सहिष्णुता नहीं है। अजित डोभाल ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद के साथ साथ भारत के साथ पाकिस्तान अच्छे संबंध चाहता है तो ये संभव नहीं है।
गौरतलब है कि भारत ने पहले कहा था कि वह पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जारी सीमा विवाद को सुलझाने के लिए भारत और चीन के बीच वरिष्ठ सैन्य कमांडर स्तर की अगले दौर की वार्ता जल्द ही हो सकती है।