पूर्वी दिल्ली के डीएम अनिल बंका ने कहा कि जलस्तर के 206 मीटर के स्तर को पार करने के बाद मंगलवार सुबह लोगों को निकालने के लिए ‘अलर्ट’ जारी किया गया। बताया गया कि ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश के बाद इस साल जलस्तर में अब तक की सबसे अधिक वृद्धि है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
इससे पहले रविवार को यमुना का जलस्तर चेतावनी के निशान (204.5 मीटर) के करीब पहुंचा था। जो अब खतरे के निशान को पार कर चुका है। जानकारों की माने तो उत्तर भारत के पहाड़ों में हो रही भारी बारिश का असर दिल्ली में दिखने लगा है। इससे यमुना उफान पर है। इससे पहले बीते अगस्त महीने में यमुना नदी का जलस्तर 205.33 मीटर पहुंच गया था. जो खतरे के निशान से ऊपर था। तब भी लोगों को हाईवे किनारे अस्थायी तंबू में शरण लेनी पड़ी थी।
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मालूम हो कि पिछले सप्ताह दिल्ली-एनसीआर में लगातार 4 दिनों तक रुक-रुक बारिश होती रही। लगातार हो रही बारिश से भी कई जगह जलजमाव की समस्या हो गई थी। हालांकि रविवार को बादल छंटने लगे और 4 दिनों के बाद सूरज के भी दर्शन हुए। अब दिल्ली-एनसीआर से बारिश से जलजमाव की समस्या तो नहीं है, लेकिन यमुना में उफान के बाद अब इंद्रप्रस्थ, अक्षरधाम और मयूर विहार फेज-1 में नदी के डूब क्षेत्र में पानी फैलने लगा है।